धनबाद(DHANBAD) : आपदा का शहर बनता जा रहा है धनबाद, लगातार घटनाएं हो रही है, लोग मर रहे है. घटना होने के बाद अधिकारी से लेकर मंत्री तक पहुंचते हैं, भरोसा देते हैं. आश्वासन देते हैं लेकिन व्यवस्था बदलती नहीं है. हम बात कर रहे धनबाद शहर के सबसे व्यस्त पुरानी बाजार मार्केट की. यहां बिजली के तार कभी भी अनहोनी को आमंत्रण दे रहे है. बिजली के पोल से लेकर भवनों तक मकड़ी की जाल की तरह बिजली के तार उलझे हुए है. किस भवन का कौन सा तार है, जल्दबाजी में पता लगाना भी कठिन है. इसके लिए बिजली विभाग तो जिम्मेवार है ही, भवनों में कनेक्शन लेने वाले लोग भी सचेत नहीं है. हाल के दिनों की घटनाओं से कोई सबक नहीं लिया गया है.
एक सप्ताह में कम से कम 19 लोगों की गई है जाने
पिछले एक सप्ताह में कम से कम आग के कारण धनबाद में 19 लोगों की मौत हो गई है. संपत्ति का भारी नुकसान हुआ है. लोगों को घर छोड़कर दूसरी जगह शरण लेना पड़ा है. बावजूद इन तारों को ठीक करने की ओर किसी का ध्यान नहीं है. जबकि इन तारों में दौड़ रही करंट धनबाद -झरिया में भी कई जाने ले चुकी है. उस समय भी सब कुछ ठीक-ठाक कर लेने का भरोसा बिजली विभाग ने दिया था. लेकिन यह कोरा आश्वासन ही साबित हुआ. पुरानी बाजार में तारों का मकड़जाल कभी भी अनहोनी करा सकता है. शहर के कई अन्य इलाकों में भी यही स्थिति है.
रिपोर्ट : सत्यभूषण सिंह, धनबाद