धनबाद (DHANBAD) : पुलिस का अमानवीय चेहरा कई मौकों पर सामने आता रहता है.महिला हो या पुरुष, देह पर जब खाकी वर्दी चढ़ती है तो "वर्दी का नशा" हो ही जाता है. शनिवार से एक वीडियो जो वायरल हो रहा है. वह पुलिस की वर्दी पर काला धब्बा ही नहीं बल्कि अमानवीय कृत्य की पराकाष्ठा है. शनिवार को बोकारो में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ. वीडियो के वायरल होने के बाद तो पुलिस अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए. महिला जवानों की किरकिरी होने लगी. उसके बाद आनन फानन में महिला जवानों को निलंबित कर दिया गया.
महिला पर था चोरी का मोबाइल ऱखने का आरोप
सवाल उठता है कि क्या निलंबन ही इसका पनिशमेंट है या कोई कड़ा कारवाई कर कोई संदेश पुलिस महकमे को देना चाहिए. इस वायरल वीडियो की पुष्टि The Newspost नहीं करता है. लेकिन जानकारी के अनुसार चास महिला थाना की तीन पुलिसकर्मियों ने एक महिला के हाथ पैर को रस्सी से बांधकर उसे टांग कर ले जा रही है. जिस महिला को बांधकर ले जाया जा रहा है, उस पर आरोप है कि उसने चोरी का मोबाइल रखा है. पुलिस कहती है कि जब वह भागने लगी, इसके बाद उसे बांध दिया गया. उसे टांग कर ले जाया जा रहा है. सूचना मिली है कि बोकारो सेक्टर 4 निवासी महेश कुमार की मोबाइल 20 अक्टूबर को चोरी हो गई थी. इसकी सूचना उन्होंने सेक्टर 4 थाना को दी. इस मामले की तहकीकात करते हुए शुक्रवार को चोरी के आरोपी शिवा को सेक्टर चार थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया. पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने मोबाइल चोरी की है और मोबाइल उसकी पत्नी के पास है. वह चास में घूम रही है.
इस पर आगे की कार्रवाई के लिए चास महिला थाने को सूचना दी गई. महिला का हुलिया भी बताया गया. पुलिस ने उस महिला को पकड़ा. रात होने के कारण चास महिला थाना में आरोपी को रखा गया. उसके बाद वह पानी पीने के बहाने थाना से भाग निकली. उसे खोजने के लिए तीन महिला पुलिसकर्मी उसके पीछे भागी. खोजबीन के बाद उसे पकड़ लिया गया. उसके बाद उसे टांग कर फिर थाना ले जाया गया. जिस तरह से महिला को टांग कर ले जाया जा रहा है ,यह देख कोई भी आश्चर्य में पड़ सकता है. आखिर तीन महिला जवान थी तो वह एक दुबली पतली महिला आरोपी को क्या किसी अन्य ढंग नहीं ले जा सकती थी. मोबाइल रखने के आरोपी महिला को पड़कर रस्सी से बांधकर ले जाने की जरूर क्यों पड़ी. ऐसा कर क्या महिला जवानों ने वर्दी की लाज रखी है या झारखंड पुलिस की किरकिरी कराई है, यह सोचने वाली बात है.
रिपोर्ट. धनबाद ब्योरो