धनबाद(DHANBAD): क्या आप भी मानते हैं कि जंगली सूअर के दांत को व्यापार स्थल पर टांगने या उसका ताबीज धारण करने से कारोबार में बढ़ोतरी होती है. यह सच्चाई है या कोरा बकवास, इस पर तो कोई विशेषज्ञ ही अपनी राय दे सकते है. लेकिन बाजार में इसकी डिमांड अधिक है. एक अनुमान के अनुसार जंगली सूअर के दांत की कीमत बाजार में लाखों में बताई जाती है. अभी तक यह सुना जाता रहा है कि हाथी के दांत की तस्करी खूब की जाती है. लेकिन जंगली सूअर के दांत की तस्करी का मामला धनबाद में पहली बार बुधवार पकड़ाने के बाद यह घटना लोगों की जुबान पर है.
स्कूल का कर्मचारी आया है लपेटे में
धनबाद के वन विभाग ने जंगली सूअर के दांत की तस्करी करने के आरोप में स्कूल के एक कर्मी को रंगे हाथ पकड़ा है. वन विभाग को सूचना थी कि धनबाद के जयप्रकाश नगर से सूअर के दांत की तस्करी की जाती है. धनबाद के जय प्रकाश नगर के प्रतिष्ठित स्कूल के गेट पर लोगों को बुला कर तस्कर डिलीवरी देता था. इसके बाद उसे पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया. सूत्रों के अनुसार वन विभाग ने अपने गार्ड को खरीदार बनाकर तस्करी करने वाले के पास भेजा. रेट तय होने के बाद डिलीवरी देने के लिए स्कूल कर्मचारी सुमन सिन्हा पंहुचा. जिसे वन विभाग के सुरक्षा गार्डो ने धर दबोचा. उसके पास से कथित रूप से सूअर के 30 दांत बरामद हुए है. इसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों में बताई जाती है.
धनबाद में वाइल्डलाइफ के अंगों की भी होती है तस्करी
सूत्र यह भी बताते हैं कि धनबाद में बरसों से वाइल्डलाइफ के अंगों की तस्करी की जाती रही है. झारखंड में जंगली सूअरों की संख्या बहुत कम है. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि दूसरे राज्यों से लाकर इसे बेचा जाता था.वन विभाग अब केस कर कथित तस्कर को जेल भेजने की कार्रवाई करेगा. मतलब धनबाद में तस्करी का कोई ऐसा काम नहीं बचा है, जो नहीं किया जाता है. कोयला तस्करी हो, बालू तस्करी हो, पशु तस्करी हो, सोना तस्करी हो, बंदूक की गोली की खरीद- बिक्री हो, अवैध लाइसेंस का हथियार बनाना हो, सब काम धनबाद में अलग-अलग गिरोह करते है. समय-समय पर जब इनकी धरपकड़ होती है तब लोग चौंक जाते है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो