धनबाद(DHANBAD): धनबाद मंडल कारा में रविवार को सिंह मेंशन और प्रिंस खान समर्थकों के बीच हुई मारपीट के बाद धनबाद जेल में बंद झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. संजीव सिंह के वार्ड की ओर किसी भी कैदी के आने जाने की इजाजत नहीं है. उनके वार्ड के पास अतिरिक्त सुरक्षा बल को प्रतिनियुक्त किया गया है.
4 बंदियों पर प्राथमिकी दर्ज
इधर, झड़प के मामले में सोमवार को धनबाद थाने में मेंशन और प्रिंस खान समर्थक 4 बंदियों पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. जिन लोगों पर प्राथमिकी हुई है उनमें मेंशन समर्थक बिहार के छपरा का रहने वाला विनोद कुमार सिंह ,कर केंद निवासी विक्की डोम, यह दोनों मेंशन समर्थक बताए जाते हैं, वही प्रिंस खान समर्थक वासेपुर के रहने वाले अनवर हटेला, मोठ राजा उर्फ भोला राजा शामिल है. यह मामला कारा अधीक्षक अजय कुमार की लिखित शिकायत पर दर्ज किया गया है.
घटना दोबारा न हो इसके लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्देश
इधर ,जेल प्रशासन ने मारपीट में शामिल और कैदियों की पहचान कर रहा है. जानकारी के अनुसार जेल प्रशासन ने विनोद सिंह, अनवर हटेला सहित अन्य कैदियों को चिन्हित कर जेल मैनुअल के अनुसार सेल में डाल दिया है. कुछ अन्य कैदियों को भी सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चिन्हित कर सेल में डालने का काम हो रहा है. सुरक्षा की दृष्टि से कुछ अन्य कैदियों को दूसरे जेल में शिफ्ट करने की कवायद चल रही है. जेल महानिरीक्षक ने ऐसी घटना दोबारा न हो, इसे रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया है. जेल अधीक्षक कैदियों की लिस्ट तैयार कर रहे हैं. उसके बाद उस सूची को उपायुक्त को सौंपी जाएगी. उसके बाद उन्हें शिफ्ट करने पर विचार किया जा सकता है.
जेल अधीक्षक ने क्या कहा
जेल अधीक्षक ने अपने बयान में कहा है कि विनोद सिंह व अनवर हटेला के बीच जेल में झगड़ा शुरू हुआ. बाद में दोनों के समर्थक भी पहुंच गए और मारपीट होने लगी. इसे जेल की विधि व्यवस्था भंग हो गई. जेल प्रशासन द्वारा मारपीट खत्म कराने का प्रयास किया गया लेकिन कैदी मानने को तैयार नहीं थे. घटना की गंभीरता को देखते हुए जेल प्रशासन ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पगली घंटी बजाई. उसके बाद मारपीट नियंत्रित हो पाई. सारी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद है.
यह है मामला
आपको बता दें कि मामला बिगड़ा कैदियों को अपने वार्ड में ले जाने को लेकर. इसी बात को लेकर विनोद सिंह और अनवर में विवाद शुरू हुआ और वह मारपीट में बदल गया. जेल गए किसी ने बंदी को पहले आमद वार्ड में रखा जाता है .उसके बाद उसे दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया जाता है. अपने अपने वार्ड में शिफ्ट कराने के नाम पर जेल में दबंगई कर रहे लोग सुविधा शुल्क वसूलते हैं. यह काम कोई आज नहीं हो रहा है, पहले से चलता आ रहा है. इसी बात को लेकर विवाद हुआ और इस विवाद ने इस वसूली का भी खुलासा कर दिया. धनबाद से लेकर रांची तक सबकी नजर धनबाद जेल पर टिक गई. भाजपा नेत्री और संजीव सिंह की पत्नी रागिनी सिंह की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद प्रिंस खान द्वारा जारी वीडियो के बाद से ही यह आशंका व्यक्त की जा रही थी कि किसी न किसी मुद्दे पर दोनों गुट टकरा सकते हैं और वही हुआ रविवार को.
रिपोर्ट:धनबाद ब्यूरो