चतरा (CHATRA) : झारखंड में भ्रष्टाचार के विरूद्ध एसीबी की टीम बड़ी कार्रवाई कर रही है. पिछले एक सप्ताह की बात करे तो लगातार एसीबी की टीम राज्य के किसी ना किसी जिलें से सरकारी कर्मचारी को गिरफ्तार कर जेल भेज रही है. आलम यह हो गया है कि एसीबी की कार्यशैली राज्य भर में एक चर्चा का विषय बन गया है. तो वहीं दूसरी तरफ धूस लेने वाले कर्मचारियों के कान खड़े हो गए है.
15 हजार घूस लेते एसीबी ने किया गिरफ्तार
ताजा मामला चतरा जिले के हंटरगंज प्रखंड से सामने आया है. जहां एसीबी की टीम ने 15 हजार घूस लेते हल्का कर्मचारी विपिन चौबे को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के बाद विपिन चौबे को एसीबी की टीम अपने साथ हजारीबाग ले गई, जहां उनसे पूछताछ करने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
दस्तावेज के नाम पर कर रहे थे घूस की मांग
इस मामले में एसीबी डीएसपी विमलेश त्रिपाठी ने कार्रवाई की पुष्टि की है. जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि कर्मचारी भूमि से संबंधित दस्तावेज के नाम पर घूस ले रहे थे. जिसके बाद एसीबी की टीम ने योजना बनाते हुए आज उन्हें गिरफ्तार कर लिया है. मिली जानकारी के अनुसार गिरफ्तार कर्मचारी भाजपा के चतरा जिला उपाध्यक्ष विजय चौबे का पुत्र है.
एक सप्ताह में एसीबी की ताबड़तोड़ कार्रवाई
बता दें कि एसीबी की टीम ने चतरा जिले में एक सप्ताह में दूसरी बड़ी कार्रवाई की है. पहली कार्रवाई चतरा जिले के गिद्धौर प्रखंड से पंचायत सचिव कमलेश वर्मा और प्रखंड समन्वयक सीताराम रजक को गिरफ्तार किया है. वहीं कल एसीबी की टीम ने पलामू जिले के मेदिनीनगर नगर निगम कार्यालय में सिटी मैनेजर अनिल उरांव और सर्ववेयर राकेश कुमार को घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. जिसके बाद आज दोबारा चतरा जिले के हंटरगंज प्रखंड से एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया है.
रिपोर्ट. संतोष कुमार