गुमला(GUMLA): झारखंड के गुमला जिले से प्रधानमंत्री आवास बनाने वाले कई मजदूरों को मनरेगा से मिलने वाली मजदूरी का पैसा और शौचालय का पैसा नहीं दिया जा रहा है. जहां मुर्गू गांव के धनेश्वर साहू, रज्जाक शाह,मंगल उरांव शिवा उरांव तथा पारस साहू ने भी प्रधानमंत्री आवास का निर्माण किया, लेकिन इनको पैसा नहीं मिला है.लाभुकों ने बताया कि इसके लिए उन्होंने कई बार तत्कालीन रोजगार सेवक यशोदा से भी आग्रह किया था, बावजूद इसके लाभुकों को मजदूरी का पैसा नहीं मिला.
मजदूरी का पैसा दिलाने के नाम पर भी लिया गया घूस
मुर्गू गांव के ग्रामीणों ने बताया कि 2017- 18 और 2020-21 के बीच कई ग्रामीणों ने प्रधानमंत्री आवास का निर्माण किया था. जिसमें उन्हें मनरेगा का कोई भी पैसा अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है. इसके अलावा उन्हें शौचालय का पैसा भी नहीं मिला हुआ है.उन्होंने रोजगार सेवक से आग्रह किया तब रोजगार सेवक ने बदले में पैसे की मांग की. पैसे नहीं देने पर मनरेगा का भी पैसा नहीं मिला। कई ग्रामीणों ने अपने जॉब कार्ड,आधार कार्ड, बैंक पासबुक रोजगार सेवक को दिया था, लेकिन अभी तक मजदूरी नहीं मिली.यहां तक कि पारस साहू ने रोजगार सेवक को मजदूरी का पैसा दिलाने के लिए 1200 भी दिया लेकिन उसे मजदूरी और शौचालय का पैसा नहीं मिल पाया.
पढ़ें मामले पर रोजगार सेवक ने क्या कहा
गुमला जिले के एक पंचायत में जब प्रधानमंत्री आवास के लाभुको के साथ मनरेगा के पैसे नहीं मिल पा रहा है.जब इस बारे में मुर्गू पंचायत के तत्कालीन रोजगार सेवक यशोदा से फोन पर बात की गई तो उन्होंने कहा कि जिन लाभुकों ने उनसे संपर्क किया उन्हें मजदूरी का पैसा दिया गया है और जिन लोगों ने उनसे संपर्क नहीं किया उनको मजदूरी का पैसा नहीं मिल पाया होगा.ग्रामीणों का कहाना हा कि मनरेगा योजना में कई तरह के और भी भ्रष्टाचार है, जो सरकारी बाबू के संरक्षण में चल रहे हैं.
रिपोर्ट-सुशील कुमार