रांची(RANCHI): झारखंड में घपला और घोटाला हर दिन सामने आता है. कभी जमीन तो कभी कोयला और अब जीएसटी के साथ चिटफंड का मामला भी झारखंड में दर्ज हुआ. अब तक सभी मामलों में करोड़ों रुपये नगद बरामद किए गए जबकि दर्जनों लोगों की गिरफ़्तारी हुई है. इसके बाद भी एक के बाद एक नए मामले सामने आ रहे है. जिसमें कई लोग ईडी के रडार पर है.
सबसे पहले बात अगर जमीन घोटाले की करें तो राजधानी रांची में सेना की जमीन फर्जी तरीके से खरीद बिक्री मामले में ईडी ने जांच शुरू की. इस जांच की आंच सूबे के मुखिया तक पहुंची. एक बड़ा घोटाला होने का खुलासा ईडी ने किया. इसमें मुख्यमंत्री,आईएएस अधिकारी और जमीन कारोबारी सलाखों के पीछे पहुंचे. कई अब बेल पर बाहर है. लेकिन अभी कई जेल में ही पिछले एक साल से अधिक समय से बंद है. इस बीच ईडी ने अपनी चार्ज शीट में बड़े घोटाले का जिक्र किया था.
इसके बाद कोयला अवैध खनन से लेकर ट्रांसपोर्टिंग के मामले में ईडी की रेड हुई. धनबाद समेत कई जगहों पर एक साथ छापेमारी ने हड़कंप मचा दिया. इस रेड में लाखों रुपये नगद और करोड़ों के लेन देन की जानकारी ईडी को मिली. कई रसुखदार और सफेदपोश का नाम सामने आया. इस मामले में झारखंड के धनबाद से लेकर बंगाल तक एक सिंडीकेट काम कर रहा था. कैसे कोयला को अवैध खनन के बाद उसे मंडी तक पहुंचाना है एक सेटिंग के जरिए पूरा खेल चलने का मामला सामने आया.
कोयला और जमीन की बात हो गई. इसके साथ ही जीएसटी घोटाला में भी झारखंड आगे है. एक तरफ जीएसटी अपनी कार्रवाई कर रही है. तो दूसरी तरफ ईडी भी इस मामले में रेस है. अवैध तरीके से टैक्स चोरी कर धन शोधन के मामले की जांच कर रही है. जीएसटी के जांच को आगे बढ़ाने के लिए अंदर खाने सभी बिन्दु पर समीक्षा जारी है. आखिर झारखंड में कैसे इस खेल को खेला गया और जीएसटी धोखाधड़ी से राजस्व को नुकसान पहुंचाया है. जिसमें कई लोग ईडी की रडार पर है।
इसके बाद अब चिटफंड घोटले में जमशेदपुर में दर्ज केस के आधार पर रांची क्षेत्रीय कार्यालय ने ECIR दर्ज कर जांच शुरू किया. जिसमें उत्तरप्रदेश और दिल्ली में बीते दिनों कई ठिकानों पर छापेमारी भी की. इस छापेमारी में कई दस्तावेज हाथ लगे है. जिसके आधार पर ईडी अपनी जांच को आगे बढ़ा रही है.इस पूरे घोटाले में कई लोगों की गिरफ़्तारी भी आने वाले दिनों में हो सकती है
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