देवघर(DEOGHAR):राजकीय श्रावणी मेला की पहली सोमवारी पर देवघर के बाबा मंदिर में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ जुटी. श्रावण मास का प्रत्येक दिन शिव आराधना के लिए शुभ माना जाता है. लेकिन सोमवारी का खास महत्व होता है. सोमवार सोम अर्थात चंद्रमा का दिन होता है, और चन्द्रमा शिव को अति प्रिय है.
सावन की पहली सोमवारी आज
ऐसी मान्यता है कि इसी वजह से श्रावण में सोमवार का खास महत्व होता है, और ये शिव आराधना के लिए अति फलदायक माना जाता है. यही वजह है कि देवघर में पवित्र द्वादश ज्योतिर्लिंग का जलाभिषेक करने देर रात से ही कांवरियों की लंबी कतार लगने लगी थी. सुबह 3.55 में जलार्पण के लिए मंदिर का पट खुलने के पहले लगभग 8 किलोमीटर लंबी कतार लग चुकी थी.
बाबानगरी में उमड़ी भक्तों की भीड़
जानकारों के अनुसार दिन और तिथि के संयोग पर पवित्र द्वादश ज्योतिर्लिंग के जलाभिषेक से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. मान्यता है कि सावन की पहली सोमवारी को समुन्द्र मंथन से ऐरावत हाथी की प्राप्ति हुई थी, जो शक्ति,वैभव और ऐश्वर्य का प्रतीक माना जाता है. इसलिए आज के दिन पवित्र द्वादश ज्योतिर्लिंग पर गंगाजल अर्पण करने से सभी मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है. यही वजह है कि आज इतनी बड़ी तादाद में श्रद्धालु बाबा का जलाभिषेक करने देवघर पहुंचे.
डीसी, एसपी की निगरानी में रही है मोनिटरिंग
सावन की पहली सोमवारी पर इस बार का रिकॉर्ड संख्या में बाबा का जलाभिषेक करने देवघर पहुंचे. श्रद्धालुओं को जलार्पण में किसी तरह की परेशानी नहीं हो इसके लिए प्रशासन की ओर से भी विशेष तैयारी की गयी है. मंदिर परिसर सहित पूरे मेला क्षेत्र में पर्याप्त संख्या में मजिस्ट्रेट और सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है.
कांवरियों की सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम
इतनी बड़ी तादाद में पहुंच रहे, कांवरियों की सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. डीसी मंजूनाथ भजंत्री और एसपी सुभाष चन्द्र जाट खुद कतार की अंतिम छोड़ से लेकर प्रारंभ तक की मॉनिटरिंग लगातार कर रहे है. जलार्पण करने वाले डाक बम हो या अन्य श्रद्धालु सभी प्रशासनिक व्यवस्था की जमकर सराहना कर रहे हैं.
रिपोर्ट-रितुराज सिन्हा