धनबाद(DHANBAD): आज सावन की पहली सोमवारी है. शहर, बाजार और मंदिरों में बाबा के भक्तों की भीड़ है. सावन के महीने में बाबा के भक्तों का ऐसा- ऐसा "हठयोग" देखने को मिलता है, जिससे कोई भी आश्चर्य में पड़ जाता है. दंड(लेट कर ) लगाते हुए सुल्तानगंज से बाबा धाम तक पहुंचने वालों की संख्या तो अब अधिक हो गई है, डाक बम भी जाने वाले कम नहीं है. लेकिन 2025 के सावन में बाबा के भक्ति का एक नया स्वरूप देखने को मिला है. "नयन बंद बम" शायद पहली बार सुनने और देखने को मिला है. बाबा के एक भक्त ने मनोकामना पूर्ण होने पर ऐसा हठयोग किया है कि उसकी भक्ति देखकर हर कोई अचरज में है. यह भक्त अपनी आंखों में सिर्फ बाबा भोले को बसाना चाहता है और यही कारण है कि वह अपनी आंखों पर पट्टी बांध ली है और बाबा के दर्शन को निकल गया है.
बाबा भक्ति के अलग -अलग रंग का गवाह बनता रहा है कांवरिया पथ
डाक बम के रूप में दरअसल, सावन के पवित्र महीने में कांवरिया पथ पर अलग-अलग रंग बाबा के भक्तों की दिखती है. इस बार भी ऐसा ही कुछ है. श्रद्धा और समर्पण के कई ऐसे दृश्य दिखते हैं, जो मन को छू लेते है. एक भक्त आंखों पर पट्टी बांधकर पैदल बाबा के धाम जाते दिखे. यह हठयोग कोई साधारण आदमी कर भी नहीं सकता है. मुंगेर के कच्ची कांवरिया पथ पर दरभंगा और सिवान से आए श्रद्धालु महेंद्र प्रजापति और राजेंद्र प्रसाद यादव के अनुसार यह यात्रा उन्होंने भगवान भोलेनाथ के प्रति अपनी भक्ति और अर्जी के पूरे होने पर शुरू की है. महेंद्र प्रजापति ने बताया कि बाबा भोलेनाथ से मनोकामना के लिए एक अर्जी लगाई थी. जब मेरी अर्जी पूरी हो गई, तब मैंने प्रण लिया कि मैं आंखों पर पट्टी बांधकर डाक बम बनकर बाबा के दर्शन को जाऊंगा.
भगवान भोले के प्रति ऐसा भी हठयोग आप पहली बार सुन रहे होंगे
उन्होंने इसे भगवान भोले के प्रति हठयोग बताया और कहा कि इस रूप में भक्ति करना उनके लिए सौभाग्य की बात है. आंखों पर पट्टी बांधकर यात्रा करना आसान नहीं है, लेकिन उन्होंने संकल्प लिया है कि बिना देखे सिर्फ मन में बाबा का नाम लेकर अपने सहयोगी के साथ वह जल चढ़ाने बाबा के धाम जाएंगे. उनके इस समर्पण को देखकर कोई भी आश्चर्य व्यक्त कर सकता है ,लेकिन उनकी भक्ति को सभी नमस्कार कर रहे है. वैसे भी, आज इस साल की पहली सोमवारी की वजह से बाबा धाम की बात कौन कहे ,छोटे-छोटे शिवालियों में भी भारी भीड़ है. शहर की सड़क और गलियों में बाबा भोले के जयकारे गूंज रहे है. लोग अपने-अपने ढंग और तरीके से बाबा की भक्ति में लगे हुए है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
