धनबाद (DHNABAD) : धनबाद के SNMMCH को 100 सीटो पर नामांकन की अनुमति तो मिल गई है. लेकिन इन सीटों को बचा कर रखना कॉलेज प्रबंधन के साथ-साथ झारखंड सरकार के लिए भी बड़ी चुनौती होगी. सत्र 23-24 में यहां 100 सीटों पर नामांकन होगा. नेशनल मेडिकल कमीशन ने इस मेडिकल कॉलेज की सीटें स्थाई रूप से नहीं बढ़ाई है. 50 से 100 सीट करने का लेटर और परमिशन दिया है. इसके आधार पर सीटें तो बड़ी है लेकिन सिर्फ 5 वर्षों के लिए. इन 5 वर्षों में सारी कमियों को दूर करनी होगी. ऐसा नहीं होने पर फिर सीटें घटा दी जा सकती है. इसके पहले वर्ष 2013 में तब के पीएमसीएच में एमबीबीएस की सीट बढ़ाकर 50 से 100 कर दी गई थी. वर्ष 2016 तक इस मेडिकल कॉलेज में 100 पर नामांकन हुआ. वर्ष 2017 में टीम के निरीक्षण के दौरान 35% फैकल्टी कम पाई गई थी. इसके अलावा भी अन्य कमियां थी. इसे देखते हुए मेडिकल कॉलेज का 100 सीट पर अनुमति को रद्द कर दिया गया था.
नहीं हो सका लेक्चर थिएटर का निर्माण
100 सीट पर अनुमति को रद्द होने की वजह से 2017 से यहां 50 सीट पर ही नामांकन हो रहा था और 2022 तक जारी रहा. 6 साल बाद मेडिकल कॉलेज में आधारभूत संरचना में कई कमियां भी बनी रही. पिछले दिनों दौरे पर आई नेशनल मेडिकल कमिशन की टीम को यहां निर्धारित संख्या से 32% कम फैकेल्टी मिले. अभी तक यहां 150 सीट का गैलरी नुमा लेक्चर थिएटर का निर्माण नहीं हो सका है. और भी कई कमियां गिनाई जा रही है. कॉलेज को सीटों की संख्या बचा कर रखनी है तो 5 साल के भीतर सारी जरूरतों को पूरा करना होगा, अन्यथा फिर खतरा हो सकता है.
रिपोर्ट : सत्यभूषण सिंह, धनबाद