गिरिडीह(GIRIDIH) : प्रवासी मजदूरों की मौत का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है. इसी क्रम में गिरिडीह जिले के सरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत मकामो के मजदूर नकुल तुरी की महाराष्ट्र के सतारा में गुरुवार को मौत हो गयी. मौत के बाद परिजनों ने अभय के अंतिम दर्शन के लिए सरकार से गुहार लगाई है.
घर का इकलौता कमाने वाला था मृतक
मौत की सूचना मिलते ही परिजन सकते में है तो वहीं गांव वाले भी शोक में हैं. मृतक आजाद मिर्धा सतारा में दिहाड़ी मजदूरी करता था. वह घर का एकलौता कमाऊ व्यक्ति था. घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने से महाराष्ट्र से शव लाने में असमर्थ हैं.
मदद के लिए समाजसेवी आए सामने
इसकी सूचना मिलते ही जिले के कई समाजसेवी ने मृतक के घर पहुंचकर परिजनों का ढाढस बंधाया. वहीं इस घटना को लेकर प्रवासी मजदूरों के हित में कार्य करने वाले समाजसेवी सिकन्दर अली संवेदना प्रकट करते हुए करते हुए सरकार शव लाने की अपील करते हुए कहा कि झारखंड के नौजवानों की मौत के मुंह में समा जाने की यह पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी कई लोगों की मौत हो चुकी है. रोजी-रोटी की तलाश में परदेस गये प्रवासी झारखंडी मजदूरों की मौत का सिलसिला जारी है. हर रोज झारखंड के किसी न किसी इलाके से प्रवासी मजदूर की दूसरे राज्यों या विदेश में मौत की खबरें आ रही है. ऐसे में सरकार को रोज़गार की ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए. ताकि मजदूरों का पलायन रोका जा सके.
रिपीट : दिनेश कुमार, गिरिडीह