रांची (RANCHI): माओवादियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए झारखंड जगुआर के एसआई अमित तिवारी और कांस्टेबल गौतम कुमार को अंतिम बार जगुआर मुख्यालय लाया गया. शहीद को राज्यपाल सीपी राधा कृष्ण और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल के जवान ने श्रद्धांजलि दी. श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने दोनों शहीद के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें हर संभव सहयोग का भरोसा दिलाया.
हर हाल में होगा नक्सलियों का खात्मा
राज्यपाल ने इस मौके पर कहा आज का दिन दुखद हैं, हमने अपने एसटीएफ के महान योद्धा अमित तिवारी और गौतम कुमार को झारखंड की सुरक्षा के लिए खोया है. 6 दिन की बच्ची ने झारखंड की रक्षा करते हुए अपने पिता को खोया है, ये दुखद है. इन दोनों शहीदों के लिए सच्ची श्रद्धांजलि उन गैंगस्टर का खात्मा होगा. हम उन्हें नक्सली नहीं गैंगस्टर कहेंगे. ये गरीबों के लिए नहीं अपने लिए लड़ते हैं और लेवी वसूलते हैं. हर हाल में इनका खत्मा झारखंड की धरती से होगा.
मुंहतोड़ दिया जाएगा जवाब
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा, झारखंड जगुआर के दो जवान नक्सल ऑपरेशन के दौरान शहीद हो गए. ये सरकार के लिए भी और इस राज्य में नक्सली गतिविधियों पर काबू करने का जो पुरजोर प्रयास चल रहा है, बड़े तेजी से उन पर काबू पाया जा रहा है. उसी के एक परिणाम के तौर पर देख सकते हैं. घटना दुखद है. शहीद हुए जवान के परिवार के साथ सरकार की पूरी संवेदना है. राज्य सरकार हर सहयोग उनके परिवार को करेगी. झारखंड जगुआर की कुछ समस्या है, जो हमारे संज्ञान में आई है. अति शीघ्र उसको दूर करते हुए जवान के मनोबल को किसी सूरत में कम नहीं होने देगें. इस तरीके का दुस्साहस कर रहे हैं उनको मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा.
रिपोर्ट. समीर हुसैन