टीएनपी डेस्क(TNP DESK): साहिबगंज के बोरियों में रेबिका पहाड़िन के शव के 50 से भी ज्यादा टुकड़े कर फेंक दिए गए थे. इस हत्याकांड का खुलासा होने के बाद से इस घटना का मुख्य आरोपी फरार था, जिसे पुलिस तलाश कर रही थी. पुलिस को इस मामले में सफलता मिल गई है. साहिबगंज पुलिस ने रेबिका पहाड़िन हत्याकांड के मास्टर माइंड मैनुल अंसारी को दिल्ली से गिरफ्तार किया है. वहां से उसे ट्रांजिट रिमांड पर झारखंड लाया जा रहा है. उम्मीद की जा रही है कि वह शनिवार रात तक यहां पहुंच जाए. इस मामले की पुष्टि एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा ने की है.
17 दिसंबर को हुई थी घटना
बता दें कि रेबिका पहाड़िन के पति दिलदार अंसारी ने 17 दिसंबर की रात में उसकी हत्या कर दी थी. हत्या के लगभग डेढ़ महीने पहले दिलदार अंसारी ने लव मैरिज की थी. पुलिस के अनुसार सबूत मिटाने के लिए पति, मां और उसके दोस्तो ने लगभग उसके 50 टुकड़े किए थे. कुछ टुकड़े एक निर्माणाधीन आंगनबाड़ी के समीप स्थित पुराने खंडहर में छिपा दिए, जबकि अन्य टुकड़े मोहल्ले के आसपास फेंक दिए. जिसे कुत्ते नोच कर खा रहे थे. जब लोगों ने इंसान का मांस कुत्तों को खाते देखा तो पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने शक के आधार पर दिलदार को पकड़ा. इसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ. पुलिस ने इस मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया था, लेकिन इस घटना का मुख्य आरोपी फरार था.
रेबिका की हत्या में ये लोग भी शामिल
रेबिका की हत्या में केवल उसके पति का हाथ नहीं था बल्कि आरोपी पति की मां और उसका मामा इस घटना में पूरी तरह से मिले हुए थे. आरोपी दिलदार की मां मरियम निशा ने रेबिका की हत्या और शव को ठिकाने लगाने के लिए अपने भाई को 20 हजार की सुपारी दी थी. जिसके बाद बड़ी ही बेरहमी से रेबिका की हत्या की गई और शव के कई टुकड़े किए गए थे.
रूबिका की छीली चमड़ी और फिर कई टुकड़ों में काटा
पुलिस ने बताया था कि आरोपी ने पहले रेबिका की हत्या की फिर उसकी चमड़ी छीली और फिर शव को कई टुकड़ों में काटा था. वहीं, रेबिका की हत्या दिलदार के मामा के यहां की गई. लेकिन जगह छोटी होने की वजह से शव के टुकड़े करने के लिए शव को दोस्त मैनुल हक के घर ले गया, जिसके बाद उसके कई टुकड़े किए गए.