साहिबगंज(SAHIBGANJ): पूरे झारखंड राज्य में साहिबगंज जिला एक मात्र ऐसा जिला है. जिसको मां गंगा का आशीर्वाद प्राप्त है. लेकिन मां गांगे का यही आशीर्वाद बरसात के महीने में अभिशाप बन जाता है. इतना ही नहीं बल्कि गंगा किनारे बाढ़ प्रभावित इलाकों में बसने वाले दर्जनों गांव के लोगों को इसका परिणाम भुगतना पड़ता है. आपको बता दें कि जिले के राजमहल प्रखंड पर स्तिथ पंचायत गदाई दियाराह के 6 वार्ड के कुल 13 छोटे-बड़े गांव बाढ़ से प्रभावित है. जिसमें 11 सो परिवार रहते हैं. जिसकी कुल आबादी लगभग 5 हजार है. ये सभी लोग इन दिनों बाढ़ की वजह से परेशान है.
लोगों के घरों में घुसा बाढ़ का पानी
वहीं बाढ़ प्रभावित गांव में रहनेवाले लोगों के घरों में तीन फीट तक बाढ़ का पानी लबालब भरा हुआ है. जिसमें खाने का सारा अनाज बह गया है. लोगों के पास अब खाने लिए भी कुछ बचा नहीं है. गांव के पीसीसी सड़क पर अब बच्चे से लेकर बूढ़े तक जान को जोखिम में डालकर छोटे नाव (डेंगी) में रोजाना बाजार आना जाना करते हैं. इन सभी गांव में पिछले 8 दिनों से पानी भरा पड़ा हुआ है.
दाने-दाने को तरस रहे है लोग
ग्रामीणों का आरोप है कि राजमहल अंचल अधिकारी निरीक्षण करने के बाद चार दिन बीत चुके हैं. लेकिन अब तक ग्रामीणों को किसी भी प्रकार का सहयोग नहीं मिला है. वहीं गांव के लोग खाने के लिए दाने-दाने को तरस रहे हैं. इस उम्मीद में की प्रशासन के द्वारा हम लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया जाएगा और हर संभव मदद की जाए लेकिन जिला प्रशासन मौन है. वहीं आज केंद्रीय जल आयोग सी डब्ल्यूसी की रिपोर्ट के अनुसार गंगा खतरे कि निशान से 27.25 से 2 8.23 तक पहुंच गई है.
जिला प्रशासन की ओर से की गई राहत सामग्री एवं दवा की व्यवस्था
द न्यूज़ पोस्ट में खबर प्रकाशित होने के बाद बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में जिला प्रशासन की ओर से राहत सामग्री एवं बिमार पशुओं के लिए दवा की व्यवस्था की गई. आगे आपको बता दें कि राजमहल अंचल अंतर्गत पंचायत गदाई दियारा के बाढ़ से प्रभावित परिवारों को उच्च विद्यालय महाराजपुर में अपर समाहर्ता साहिबगंज अंचल अधिकारी राजमहल, अंचल निरीक्षक, राजस्व कर्मचारी, अंचल कर्मीगण, मुखिया प्रतिनिधि, वार्ड सदस्यों, ग्रामीणों की उपस्थिति में राहत सामग्री के रूप में तत्काल सुखा राशन चूड़ा, गुड़ इत्यादि का वितरण किया गया है. वहीं भ्रमणशील पशु चिकित्सा पदाधिकारी,महाराजपुर के द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों गदाई दियरा के रामबचन टोला,नाथु टोला,रामानंद टोला,रघुवीर टोला, अषाढी टोला,फागु टोला,बंशी टोला,फूलचंद टोला,सीता राम टोला,शिवलाल टोला,नारायण टोला में दवा का वितरण किया गया और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर पशुओं का सर्वे करते हुए बीमार पशुओं का चिकित्सा एवं टीका करण किया गया है.
रिपोर्ट-गोविंद ठाकुर