साहिबगंज (SAHIBGANJ) : साहिबगंज जिले में बंगलादेशी घुसपैठियों की पहचान की दिशा में जिला प्रशासन ने कदम बढ़ा दिया है. उपायुक्त हेमंत सती ने इसकी रणनीति तैयार करने के लिए वरीय अधिकारियों के साथ बैठक की. इसमें अपर समाहर्ता राज माहेश्वरम, सदर एसडीओ अंगारनाथ स्वर्णकार,राजमहल एसडीओ कपिल कुमार सहित कई वरीय अधिकारी शामिल थे. इसमें एसडीओ की अध्यक्षता में अनुमंडल स्तर पर कमेटी गठित करने का निर्णय लिया गया. वहीं प्रखंड स्तर पर उसकी सब कमेटी होगी जिसमें बीडीओ सह एईआरओ, सांख्यकी पदाधिकारी, बीएलओ, पंचायत सचिव, राजस्व कर्मचारी आदि शामिल किए जाएंगे.
हाईकोर्ट ने इन आधार पर जांच करने का दिया निर्देश
स्थानीय मुखिया से भी सहयोग लिया जाएगा.जिलास्तर पर अपर समाहर्ता इसके समन्वयक बनाए गए हैं. हाईकोर्ट ने अपने आदेश में आधार कार्ड, वोटर कार्ड, रिकार्डस आफ राइट के आधार पर इसकी जांच करने को कहा है. हालांकि, इन आधार पर जांच में जिला प्रशासन के समक्ष समस्या भी आ सकती है. क्योंकि यहां 1932 के बाद सर्वे नहीं हुआ है.
घुसपैठ की वजह से बदल गया संताल का डेमोग्राफी
गौरतलब हो कि भाजपा का कहना है कि बांग्लादेशी घुसपैठ की वजह से संताल परगना की डेमोग्राफी बदल रही है. संथाल परगना के साहिबगंज में आदिवासियों की संख्या लगातार घट रही है जबकि मुसलमानों की संख्या बढ़ रही है. पिछले दिनों मुस्लिम बहुल कुछ मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि का आरोप लगाते हुए भाजपा ने चुनाव आयोग से भी शिकायत की थी. गोड्डा सांसद डा.निशिकांत दुबे ने दो दिन पहले ही संसद में संताल परगना व बिहार के सीमावर्ती कुछ जिलों को यूनियन टेरोटेरी घोषित करने की मांग की थी.
रिपोर्ट. गोविंद ठाकुर