धनबाद(DHANBAD) धनबाद के सदर अस्पताल को हाई फ्लो मशीन की जरूरत नहीं है, लेकिन भेज दी गई है. इसे खुल्लम-खुल्ला सरकारी राशि का दुरुपयोग बताया जा रहा है. जरूरत के लिए इंडेंट किया नहीं गया , लेकिन मशीन भेज दी गई. यह मशीन डॉक्टर और कर्मचारियों के लिए सिर दर्द बन गई है. पहले से इस तरह की मशीन यहां बेकार पड़ी हैं , फिर भी धनबाद के सदर अस्पताल को चिकित्सीय उपकरणों का कब्रगाह बनाने की कोशिश की जा रही है. सूत्रों के अनुसार महामारी के दौरान 30 से 35 हाई फ्लो मशीन यहां भेजी गई थी. सब बेकार पड़ी है. इनकी ना तो यहां जरूरत है और ना कभी इस्तेमाल किया गया. अब 12 और मशीन भेज दी गई है. पुरानी मशीनों की तरह यह भी बेकार पड़ी रहेंगी.
न अस्पताल से जरुरत पूछी गई और न जानकारी दी गई
भेजने के पहले ना इस अस्पताल की जरूरत पूछी गई और न मशीन की उपयोगिता. महामारी के दौरान पीएम केयर फंड से जिला आपदा प्रबंधन विभाग ने सदर अस्पताल को तीन दर्जन वेंटीलेटर उपलब्ध कराया था. इसके अलावा सेंट्रल हॉस्पिटल, रेलवे हॉस्पिटल एवं कुछ प्राइवेट अस्पतालों को भी वेंटिलेटर दिए गए थे. कोविड के बाद यह सभी वेंटीलेटर वापस आ गए. यह सब यहां बेकार पड़े है. अधिकृत जानकारी के अनुसार विभाग के वेयरहाउस में स्थान नहीं होने के कारण महामारी के समय आई मशीनों को सदर अस्पताल में रखा गया है. अब सदर अस्पताल के विस्तार का इंतजार करना होगा. तब इन मशीनों की जरूरत पड़ सकती है. ऐसी बात नहीं है कि सदर अस्पताल को दूसरी किस्म की मशीनों की जरूरत नहीं है लेकिन वह मशीन नहीं मिल पा रही है. ऐसे में लोग अल्ट्रासोनोग्राफी मशीन, एक्स-रे मशीन, डेंटल एक्स-रे मशीन के नाम गिनाते है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो