धनबाद (DHANBAD) : रोंगटे खड़े कर देने वाली साहिबगंज की घटना के 13 दिन बाद मृतका रुबिका पहाड़िया का कटा हुआ सिर तालाब से बरामद किया गया है. कान की बाली से रुबिका पहाड़िया की मां ने यह पुष्टि की है कि यह सिर रुबिका का ही है. लेकिन पुलिस इसकी तकनीकि जांच कराएगी ताकि साक्ष्य को पुष्ट किया जा सके. मीडिया में छपी खबरों के अनुसार शनिवार की सुबह बोरियों में पुराने शिवालय के पास तालाब में मछली मार रहे मछुआरों ने एक कटा हुआ सिर देखा. मछुआरों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. पुलिस के अनुसार जो सिर मिला है उसके कान में बाली है, इससे यह प्रतीत होता है कि यह सिर किसी महिला का है. वहीं रुबिका की मां ने कान की बाली के आधार पर कटे हुए सिर को बेटी का बताया है.
क्या है मामला
बता दें कि रुबिका पहाड़िया के पति दिलदार अंसारी ने 17 दिसंबर की रात में उसकी हत्या कर दी थी. हत्या के लगभग डेढ़ महीने पहले दिलदार अंसारी ने लव मैरिज की थी. पुलिस के अनुसार सबूत मिटाने के लिए पति, मां और उसके दोस्तो ने लगभग उसके 50 टुकड़े किए थे. कुछ टुकड़े एक निर्माणाधीन आंगनबाड़ी के समीप स्थित पुराने खंडहर में छिपा दिए, जबकि अन्य टुकड़े मोहल्ले के आसपास फेंक दिए. जिसे कुत्ते नोच कर खा रहे थे. जब लोगों ने इंसान का मांस कुत्तों को खाते देखा तो पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने शक के आधार पर दिलदार को पकड़ा. इसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ. पुलिस ने इस मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया है, लेकिन इस घटना ने सब को परेशान कर दिया है. लोग सोचने पर मजबूर हो गए है कि ऐसा करने वाले को मनुष्य की श्रेणी में रखे या राक्षस की गिनती में.
रिपोर्ट : सत्यभूषण सिंह, धनबाद