धनबाद(DHANBAD): जिले के गोविंदपुर अंचल के सुदूर ग्रामीण इलाके का गांव रोतरा. इस गांव के किसान जैविक खेती कर अपनी किस्मत बदल रहे हैं. बता दें कि किसान लगभग 10 एकड़ जमीन में जैविक खेती और डीप इरिगेशन से फसल उगाकर खुशहाली का जीवन जी रहे हैं. दरअसल, आज से 4-5 साल पहले लोग फटेहाली की जीवन जीने को मजबूर थे. किसानों की मानें तो भला हो उस समय के जिला परिषद सदस्य का चुनाव लड़ने वाले पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष और वरीय कांग्रेस नेता अशोक कुमार सिंह का. जिन्होंने गांव के लोगों को मोटिवेट किया, सहायता समूह बनवाया और अपनी जेब से 3.50 लाख का सहयोग देकर गांव में खुशहाली की बुनियाद रखी. यह बुनियाद आज काफी मजबूत हो गई है.
सांसद पशुपति नाथ सिंह ने गांव को गोद लेने की घोषणा की
धनबाद के सांसद पशुपति नाथ सिंह ने शनिवार को रोतरा गांव को गोद लेने का ऐलान किया है. लेकिन गांव के किसान अब भी अशोक कुमार सिंह का आभार मानने से पीछे नहीं हटते. उनका कहना है कि चार-पांच साल पहले इस मिट्टी में घास भी नहीं उगता था. लेकिन आज यहां फसलें लहलहा रही है. शनिवार को धनबाद के सांसद पशुपति नाथ सिंह ने गांव पहुंच कर गोद लेने की घोषणा की. गांव वालों ने इसका भी स्वागत किया और भरोसा जताया कि अगर मदद मिलेगी तो वह और भी बेहतर कर सकेंगे. इस गांव की कहानी भी बड़ी अजीब है, जिला परिषद सदस्य का चुनाव जीतने के बाद अशोक कुमार सिंह जब गांव पहुंचे तो किसानों की हालत ने उन्हें द्रवित कर दिया. उन्होंने कुछ करने की ठान ली. उसके बाद कृषि विभाग से संपर्क किया और सहायता का तरीका जानकर कदम आगे बढ़ाया. सरकार का सहयोग किसानों को मिले, इसके लिए सरकार के खाते में राशि की जरूरत थी. यह राशि किसानों के पास थी ही नहीं.
अशोक सिंह ने समूह बनवाया और भुगतान किया
इसके बाद अशोक सिंह ने एक समूह बनवाया और उस समूह के खाते में खुद का 3.5 लाख का भुगतान किया. फिर तो किसानों की किस्मत बदलनी यहीं से शुरू हुई और आज भी क्रमबद्ध ढंग से उनकी किस्मत सुधर रही है. जिस मिट्टी में पहले घास भी नहीं उगते थे, वह मिट्टी आज सोना उगल रही है. किसान कहने से नहीं थकते कि कौन कहता है कि खेती से आमदनी नहीं होती, उन्हीं लोगों को आमदनी नहीं होती जो काम करना नहीं चाहते. जो मेहनत करते हैं उनके लिए रोतरा गांव उदाहरण है. कोई भी आकर यहां की व्यवस्था, इंतजाम, किसानों की लगन, उनकी मेहनत, महिलाओं की सहभागिता, उनका आत्मविश्वास देख सकता है. सांसद पशुपति नाथ सिंह ने भी इस गांव को गोद ले लिया है, संभव है अशोक सिंह ने जिस खुशहाली की बुनियाद रखी थी, उसमें और बढ़ोतरी होगी और किसानों की खुशहाली बढ़ेगी.
रिपोर्ट : शाम्भवी सिंह/संतोष, धनबाद