दुमका(DUMKA):सरकार गरीबों के लिए कई तरह की योजनाएं चलाती है, उद्देश्य होता है उनकी समृद्धि का. जिसमें एक योजना है जन वितरण प्रणाली योजना. कई मानक पर खरे उतरने के बाद उनकी आर्थिक संरचना के अनुरूप राशन कार्ड बनाया जाता है. किसी को लाल कार्ड तो किसी को पीला कार्ड, किसी को हरा तो किसी को सफेद कार्ड मिलता है, लेकिन आश्चर्य तब होता है जब दुमका में सम्पन्न लोग भी गरीबों का राशन डकारने में संकोच नहीं करते, दशकों तक सरकारी योजना का लाभ लेने के बाबजूद जब किसी योजना के लिए सर्वे होता है, तो लोग तथ्यों को छिपाकर योजना का लाभ अनवरत लेते है. बहुत कम लोग ऐसे मिलेंगे जो यह स्वीकार्य करें कि सरकारी योजना का लाभ लेकर उन्होंने अपनी आर्थिक उन्नति कर ली हो और अपने विभाग को ये जानकारी दे कि अब ये राशन किसी और के काम आएगा, इसलिए उनका नाम गरीबी रेखा से नीचे की श्रेणी से हटा दिया जाए, लाख कोशिश के बाबजूद आखिरकार सच सामने आ ही जाता है. ताजा मामला दुमका के शास्त्री नगर खिजुरिया का है.
गरीबों के राशन पर डाका!
दर असल शास्त्री नगर खिजुरिया की एक लाभुक है पूनम देवी, इनके पति का नाम मुकेश कुमार दास और ससुर का नाम है सरगुन हरिजन. जिला अपूर्ति पदाधिकारी निदेशानुसार दुमका प्रखंड अंतर्गत शास्त्री नगर खिजुरिया के लाभुक पूनम देवी, पति मुकेश कुमार दास के राशन कार्ड सं0-202800839511 के राशन कार्ड और उनके घर की जांच प्रखंड विकास पदाधिकारी की ओर से किया गया. जांच के दौरान ये तथ्य प्रकाश में आया कि पूनम देवी अपने ससुर सरगुन हरिजन के साथ रहते हैं. सरगुन हरिजन का घर काफी बड़ा और बड़े क्षेत्रफल में बना हुआ है. जांच के क्रम में सरगुन हरिजन ने शुरू में बताया कि उनका पुत्र मुकेश कुमार दास और उनकी पत्नी पूनम देवी जरूवाडीह मुहल्ला में अलग मकान में रहते हैं. जरूवाडीह स्थित मकान की जांच करने पर दो मंजिला पक्का का मकान पाया गया. उसमें रहने वाले किरायेदार ने बताया कि ये मकान मुकेश कुमार दास का है, जो शास्त्री नगर खिजुरिया में रहते हैं.वहीं दोबारा जब मुकेश कुमार दास के पिता सरगुन हरिजन से पुछा गया तो उन्होने बताया कि उनके घर से सटे हुए घर में मुकेश अपनी पत्नी पूनम देवी के साथ रहता है.
झारखंड के इस जिले में सम्पन्न लोग गटक रहे गरीबों का अनाज
जांच से ये स्पष्ट है कि मुकेश कुमार दास के पिता सरगुन हरिजन ने एक सरकारी कर्मचारी (दुमका जिला पुलिस बल में कार्यरत) होते हुए भी तथ्यों को छिपाने का प्रयास किया. राशन कार्ड की मांग किये जाने पर मुकेश कुमार दास अपने पिता के घर जिसमें ये वास्तव में रहते हैं, से राशन कार्ड लाकर दिखाया. पूनम देवी के वोटर कार्ड की मांग किए जाने पर वोटर कार्ड नहीं दिखया गया. पूनम देवी के विरूद्ध ये भी आरोप हैं कि वे वर्ष 2022 के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में गोड्डा जिला के मेहरमा प्रखंड के बलवड्डा पंचायत की मुखिया प्रत्याशी रह चुकी है.
जांच में बनाते है बहाना
जांच के क्रम में स्पष्ट रूप से यह तथ्य सामने आया है कि पूनम देवी और उनके पति मुकेश कुमार दास जिनका दो मंजिला पक्का मकान जरूवाडीह, दुमका में हैं और वह मकान किराये पर दिया गया है तथा वे अपने पिता सरगुन हरिजन के साथ संयुक्त परिवार के रूप में शास्त्रीनगर खिजुरिया में रहते हैं। बावजूद इसके इनके द्वारा राशन कार्ड बनाकर राशन का उठाव किया जा रहा है जो झारखंड लक्षित जन वितरण प्रणाली (नियंत्रण), ओदश 2022 के नियम 6 (X) का उल्लंघन है।
जानें कैसे मुखिया प्रत्याशी भी लेती है लाभ
इसके आलोक में पूनम देवी पति मुकेॉश दास, राशन कार्ड संख्या-202800839511 को रद्द करने के साथ-साथ अब तक उठाए गए राशन की राशि ब्याज सहित वसूल करने की अनुशंसा जिला आपूर्ति पदाधिकारी से किया गया है.सवाल उठता है कि आज के समय मे लोग दिखावा ज्यादा करते हैं. रहन सहन, खान पीन, बात चीत में अपने आप को बड़ा दिखाने की कोशिश करते है, लेकिन जब बात सरकारी योजना का लाभ लेने की हो तो सभी अपने आप को गरीब ही रखना चाहते है.शायद इसी मानसिकता की वजह से सरकार के लाख प्रयास के बाबजूद बीपीएल लोगों की संख्या घटने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है.
रिपोर्ट-पंचम झा