पटना(PATNA) : बिहार की राजनीति एक बार फिर से गरमा गई है. यहां कि राजनैतिक गलियारे में इस बार RJD पार्टी की टेंशन बढ़ गई है. क्योंकि, RJD के कई नेता लगातार जन सुराज अभियान से जुड़ रहे हैं. ऐसे में अभी कुछ दिनों पहले ही राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने एक पत्र जारी कर राजद के नेताओं से जन सुराज में नहीं जुड़ने की अपील की थी. साथ ही ऐसा करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की बात भी कही थी. हालांकि जगदानंद सिंह के इस पत्र का कोई भी असर होता हुआ नहीं दिख रहा है. पत्र जारी होने के बाद भी बड़ी संख्या में राजद और अन्य पार्टियों के नेता जन सुराज से जुड़ रहे हैं.
राजद के जिला प्रवक्ता व राजद नेत्री भी जुड़ी जन सुराज से
इसी कड़ी में भागलपुर के राजद नेता अजीत यादव पार्टी छोड़कर जन सुराज से जुड़ चुके हैं. वे भागलपुर में राजद के जिला प्रवक्ता थे और इसके पहले राजद के किसान प्रकोष्ठ से भी जुड़े रहे हैं. इसके अलावा राजद नेत्री आशा जायसवाल भी राजद छोड़कर जन सुराज से जुड़ गई हैं. आशा जायसवाल राजद महिला प्रकोष्ठ की जिला अध्यक्ष और सुल्तानगंज से दो बार जिला परिषद सदस्य रह चुकी हैं. इन नेताओं के जन सुराज से जुड़ने का असर राजद आलाकमान पर भी दिखने लगा है. राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने पत्र लिखकर इन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है. RJD नेताओं के जन सुराज से जुड़ना राजद की हताशा को दिखाता है.