धनबाद(DHANBAD): धनबाद की सड़कों पर देर रात को रफ्तार की कहर से बर्बाद हुए परिवार में बचा किशोर अभी भी जीवन और मौत के बीच झूल रहा है. बीसीसीएल अधिकारी का बेटा ऋषभ कोमा से तो बाहर आ गया है लेकिन उसकी यादाश्त चली गई है. फिलहाल वह बीसीसीएल के खर्चे पर कोलकाता के न्यूरो अस्पताल में इलाज रत है. ऋषभ से मिलने मोहल्ले के कुछ लोग कोलकाता अस्पताल गए थे लेकिन वह उन्हें नहीं पहचान सका. उसके पालतू कुत्ते का वीडियो भी दिखाया गया लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.
इस दुर्घटना में माता-पिता को खो दिया है ऋषभ
इस दुर्घटना में उसके माता-पिता की मौत हो गई थी. सिर्फ वही बचा है लेकिन लंबी इलाज के बाद के बाद भी उसकी हालत में अपेक्षित सुधार नहीं आ रहा है. धनबाद की धैया सड़क पर झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह के मौसेरे देवर हर्ष सिंह की कंपनी की गाड़ी ने रॉन्ग साइड में दौड़ती हुई बीसीसीएल के सर्वेयर की बाइक को धक्का मार दिया था. उस बाइक पर सर्वेयर और उनकी पत्नी और बीटा सवार थे. सर्वेयर की तो घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी. पत्नी अस्पताल में जाकर दम तोड़ दिया, जबकि बेटा ऋषभ जीवन और मौत से अभी भी जूझ रहा है. इस घटना के बाद पुलिस की कार्रवाई ढीली दिखी, हालांकि गाड़ी चलाने का दावा करने वाले चालक ने इस मामले में न्यायालय में समर्पण कर जमानत ले ली है.
पुलिस पर सत्ता के दवाब में काम करने का लगा आरोप
इस घटना ने धनबाद में खूब सुर्खियां बटोरी और पुलिस पर सत्ता के दबाव में काम करने का आरोप लगा. जब्त दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी को छुड़ाने की कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इस दुर्घटना में एक परिवार को तबाह और बर्बाद कर दिया है. रात के अंधेरे में धनबाद की सड़कों पर रेस का खेल अभी चल रहा है. यह कितनों की जान लेगा, यह कहना मुश्किल है. चार पहिया वाहन की बात कौन कहे दो पहिया वाहन प्रेशर हॉर्न लगाकर जिस तरह से दौड़ते है, रोज किसी न किसी दुर्घटना का कारण बनाते है. वैसे धनबाद में ट्रैफिक व्यवस्था लाइलाज बीमारी बन गई है. साथ ही सड़कों पर मनबढ़ू युवकों का आतंक भी कम नहीं है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो