देवघर(DEOGHAR): कृषि प्रयोजनों के लिए प्रयुक्त भूमि के किराए,राजस्व या लाभ से संबंधित वादों या अन्य मामले को निपटाने के लिए देवघर जिला प्रशासन ने कमर कस ली है. जिला उपायुक्त विशाल सागर ने राजस्व न्यायालय के नियमित संचालन और लंबित मामलों का जल्द निष्पादन के लिए कार्य दिवस निर्धारित किया गया है. अब अंचल से लेकर जिला तक के संबंधित न्यायालय नियमित लगेगी ताकि जल्द से जल्द सभी मामलों का निष्पादन कर राजस्व निर्धारित किया जा सके औऱ भूस्वामियों को लाभ मिल सके.
इन अधिकारियों को इस दिन लगेगा न्यायालय
देवघर कृषि प्रधान जिला माना जाता है. सारठ को धान का तो सारवां प्रखंड को सब्जी और तरबूज की खेती का हब माना जाता है. जिला में 10 प्रखंड है, जहां कृषि योग्य भरपूर भूमि है, लेकिन इसका लगान निर्धारित करने के लिए भूस्वामियों को राजस्व न्यायालय का चक्कर लगाना पड़ता था. अब भूस्वामियों को प्रखंड से लेकर जिला तक का चक्कर नही लगाना पड़े इसके लिए जिला उपायुक्त विशाल सागर ने संबंधित अधिकारियों को राजस्व न्यायालय संचालित करने के लिए कार्य दिवस निर्धारित कर दिया है. उपायुक्त का राजस्व न्यायालय मंगलवार एवं शुक्रवार को संचालित होगा, जबकि उप समाहर्ता का राजस्व न्यायालय बुधवार एवं शनिवार को इसी तरह अनुमंडल पदाधिकारी देवघर व मधुपुर का न्यायालय मंगलवार एवं शुक्रवार को संचालित किया जाएगा. भूमि सुधार उप समाहर्ता देवघर व मधुपुर का न्यायालय गुरूवार एवं शनिवार को सभी अंचलों के अंचल अधिकारी का राजस्व न्यायालय सोमवार, बुधवार व शुक्रवार को संचालित कर आमजनमानस की समस्याओं का निष्पादन करेंगे. उम्मीद की जा रही है कि इससे सभी लंबित मामलों का त्वरित निष्पादन होगा.
रिपोर्ट- ऋतुराज सिन्हा