दुमका(DUMKA): जामताड़ा से कांग्रेस विधायक है इरफान अंसारी, जो हमेशा सुर्खियों में रहते है. कभी अपने बड़बोलेपन से तो कभी अपने कारनामों से. मोदी सरनेम पर आपत्तिजनक बयान देने के मामले में सूरत कोर्ट ने जब राहुल गांधी को 2 वर्ष की सजा सुनाई तो राहुल गांधी की लोक सभा सदस्यता चली गयी. इस प्रकरण के सामने आने के बाद निश्चित ही विधायक इरफान अंसारी की धड़कने तेज हो गयी होगी. क्योंकि इनके ऊपर भी वर्ष 2018 में प्रधानमंत्री के खिलाफ अपशब्द बोलने का मामला जामताड़ा जिला के नारायणपुर थाना में दर्ज हुआ था. लेकिन अब इन्होंने राहत की सांस ली होगी क्योंकि दुमका के एमएलए एमपी की विशेष अदालत ने इस मामले में उन्हें बरी कर दिया. साक्ष्य के अभाव में कोर्ट ने विधायक को बरी कर दिया. बरी होने के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि न्यायपालिका पर उन्हें भरोशा था. आज इंसाफ मिल गया.
अदालत से बाहर आने के बाद क्या बोले विधायक
अदालत से बाहर आने के बाद विधायक ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता ने प्रधानमंत्री का नाम पर अपशब्द कहने का आरोप लगाकर केस किया था. भाजपा की सरकार थी, इसलिए केस हो गया. केस लड़ते लड़ते इंसाफ मिला गया. लोकतंत्र में हर किसी को बोलने का अधिकार है. क्या भाजपा के लोगों ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गाली नहीं दी. इसका मतलब यह नहीं है कि केस कर दिया जाए. भाजपा अपनी पावर का गलत उपयोग कर रही है. बोलने पर राहुल गांधी की सदस्यता रद कर दी. क्या अदानी अंबानी के खिलाफ बोलना गुनाह है. देश बर्बादी के कगार पर है. लोग अब कहने लगे हैं कि राहुल के साथ ऐसा गलत क्यों किया गया.
राहुल गांधी मामले को लेकर नुक्कड़ सभा का आयोजन
वहीं दूसरी ओर सूरत कोर्ट द्वारा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को सजा सुनाए जाने के बाद उनकी लोक सभा की सदस्यता समाप्त हो गयी. इससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में आक्रोश व्याप्त है. पार्टी द्वारा सदन से लेकर सड़क तक आंदोलन की शुरुवात की गई है. 29 मार्च से जय भारत सत्याग्रह कार्यक्रम के तहत दुमका में जगह जगह नुक्कड़ सभा का आयोजन किया जा रहा है. 15 अप्रैल तक नुक्कड़ सभा के बाद जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन और सभा का आयोजन होना है. कार्यक्रम की रूप रेखा तैयार करने और उसे सफल बनाने के उद्देश्य से कांग्रेस के प्रदेश महासचिव सह दुमका जिला प्रभारी रविन्द्र वर्मा दुमका पहुचे. कांग्रेस भवन में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर रणनीति बनाई. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि 15 से 20 अप्रैल के बीच जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया जाएगा जिसमें स्तरीय नेता शिरकत करेंगे. एक सवाल के जबाब में उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के मुद्दे को पार्टी का लीगल टीम देख रही है. जरूरत पड़ी तो पार्टी ऊपरी अदालत का दरबाजा खटखटायेगी. उन्होंने कहा कि हाल ही में लोक सभा के एक सदस्य की सदस्यता बहाल हुई है. इसलिए संभावनाओं का द्वार खुला हुआ है.
केंद्र सरकार को घेरने के लिए काँग्रेस तैयार
राहुल गांधी के मामले में कोर्ट के फैसले पर कांग्रेस जहां भाजपा पर हमलावर है वहीं कोर्ट द्वारा इरफान अंसारी को बरी किए जाने पर विधायक ने न्यायपालिका पर भरोसा जताया है. पार्टी राहुल गांधी के मामले में ऊपरी अदालत की शरण में जाती है या नहीं इसके लिए 23 अप्रैल तक इंतजार करना होगा लेकिन इतना सत्य है कि कांग्रेस केंद्र सरकार को घेरने का कोई भी मौका गवाना नहीं चाहती.
रिपोर्ट: पंचम झा