टीएनपी डेस्क (Tnp desk):- जमीन घोटाले के आरोप में जेल में राते गुजर रहे झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मुश्किले कम तो नहीं हुई है. लेकिन, हेमंत लगातार अपनी बेगुनाही के लिए कानूनी लड़ाई जरुर लड़ रहे हैं. इधर, ईडी लगातार जांच में जुटी हुई है और आरोपियों के खिलाफ ठोस सबूत इकट्ठा कर रही है. उसकी कवायद अभी जारी है और कोर्ट में मामला चल रहा है.
जांच में क्या-क्या मिला ?
ईडी की जांच में कुछ बाते छन कर भी आ रही है.जिसमे मालूम पड़ा है कि जमीन घोटाले के आरोपियों ने एशो-आराम और विलासिता की जरुरतो को पूरा करने के लिए पानी की तरह पैसा बहाया. इन सामानों में बीएमडब्लू समेत मालिश करने वाली महंगी चेयर खरीदने से भी गुरेज नहीं किया. इसके लिए पैसे खर्च करने में तनीक भी कमी नहीं की.
बताया जा रहा है कि मालिश करने वाली कुर्सी जो मंगाया गया है. वह मेड इन सिंगापुर का है , जो गुरुग्राम के एंबियंस मॉल से खरीदी गई है. जिसके लिए छह लाख रुपए भुगतान किया गया था. ऐसा बोला जा रहा है कि बीएमडब्लू कार खरीदने जाने वालों को सीसीटीवी फुटेज भी ईडी को मिला है. जिसमे एक अभियुक्त कार की कलर पसंद करने गये थे. जांच एजेंसी को यह जानकारी कार शोरुम के संचालक ने दी है. ऐसी खबरें भी सामने आ रही है कि सभी साक्ष्यों से संबंधित दस्तावेज एकत्रित कर लिया गया है. और अभी कई चिजों की पड़ताल की जा रही है.
चार्जशीट दाखिल करेगी प्रवर्तन निदेशालय
जमीन घोटाला की तोहमत झेल रहे दो आरोपियों के खिलाफ इस महीने के अंत तक ईडी चार्जशीट दाखिल करेगी. जिसमे पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और बड़गाई अंचल के पूर्व राजस्व निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद हैं. दोनों सदर थाने में दर्ज केस में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच के दौरान गिरफ्तार किया गया था. मौजूदा वक्त में दोनों न्यायिक हिरासत में रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद हैं.
सदर थाने में यह केस बड़गाईं के तत्कालीन अंचलाधिकारी मनोज कुमार के बयान पर दर्ज की गई थी. जिसमे आरोप लगा था कि ईडी ने जमीन घोटाले में छापेमारी के दौरान भानु प्रताप प्रसाद के निजी आवास से 11 ट्रंक कागजात की बरामदगी की थी. जो सभी मूल दस्तावेज थे, कायदे से इन कागजातों को ऑफिस में होने की बजाए भानु प्रताप के आवास मिले थे. आरोप है कि इन्हीं कागजातों में फेरबदल कर जमीन की प्रकृति से लेकर रैयत तक के नाम में हेराफेरी की जाती थी.
31 जनवरी को हेमंत सोरेन हुए थे गिरफ्तार
आपको बता दे बड़गाई अंचल के साढ़े आठ एकड़ जमीन घोटाले मामले में जांच एजेंसी ने उस जमीन पर भानु प्रताप को भी ले गयी थी और जांच किया था. तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इसे लेकर समन पर समन ईडी द्वारा भेजा जा रहा था. लेकिन, पूर्व मुख्यमंत्री हाजिर नहीं हो रहे थे. आखिरकार फिर हेमंत सोरेन पूछताछ के लिए राजी हुए, जिसके बाद 31 जनवरी की रात को ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था. तब से ही हेमंत सोरेन न्यायिक हिरासत में हैं.