धनबाद(DHANBAD): झारखंड के सबसे बड़े जीएसटी रेड का मामला लगातार बड़ा आकार लेता जा रहा है. कई अन्य लोगो के बेनकाब होने की संभावना बढ़ती जा रही है. 150 करोड रुपए की गड़बड़ी बढ़कर अब 400 करोड़ के आसपास पहुंच गई है. इसी तरह फर्जी कंपनियों की संख्या भी 30 हो गई है. कई नए नाम भी सामने आ रहे है. सूत्रों के अनुसार जांच जब आगे बढ़ी तो सौरभ सिंघल और उनके साझेदार शिवम सिंह की 5 से 6 नई फर्जी कंपनियो का खुलासा हुआ है. अब तक हुई जांच में 30 फर्जी कंपनियों के जरिए 400 करोड रुपए से अधिक का इनवॉइस काटने का पता चला है. हो सकता है कि जांच अभी जारी रहे और कई फर्जी कंपनियों का खुलासा हो जाये.
नोट गिनने वाली मशीन तक बरामद की गई है
सौरभ सिंघल और उनके पार्टनर के फ्लैट से नोट गिनने वाली मशीन तक बरामद की गई है. सूत्रों के अनुसार चोरी के कोयले को बाहर भेजने के लिए फर्जी कंपनी के ई वे बिल का इस्तेमाल किया जाता था. पिछले कई सालों से यह काम किया जा रहा था. अब तक जीएसटी चोरी के 400 करोड़ के इनवॉइस मिलने की चर्चा है. अगर इनवॉइस फर्जी कंपनी के नहीं होते तो सरकार को कई करोड़ का राजस्व प्राप्त होता. सूत्रों के अनुसार जिन कंपनियों को फर्जी कंपनियों के ई वे बिल पर कोयला बेचा गया है ,अब वह भी जाँच के दायरे में आ गई है. जमशेदपुर डीजीजीआई यानी डायरेक्टर जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस की टीम धनबाद में कोयला कारोबारी सौरभ सिंघल और उनके पार्टनर शिवम सिंह समेत अन्य के ठिकानों पर जाँच कर रही है.
फर्जी कंपनियां बनाकर जीएसटी की गई है चोरी
बताया जाता है कि सौरभ सिंघल एंड टीम ने फर्जी कंपनियां बनाकर जीएसटी में करीब 400 करोड़ से अधिक की हेराफेरी की है. छापेमारी टीम ने धनबाद के धैया रोड के हवेली अपार्टमेंट के फ्लैट संख्या 303, 505 व 901 के साथ झरिया के लक्ष्मीनिया मोड़, राजा तालाब स्थित मां देवासर इंटर प्राइजेज, एमएस भगवती इंटरप्राइजेज, जय मां विंध्यवासिनी इंटरप्राइजेज और ट्रिनिटी फ्यूल में जाँच की है. वहीं मटकुरिया में एक, केंदुआडीह में दो और तपोवन कॉलोनी में एक जगह जाँच हुई है. हवेली अपार्टमेंट के फ्लैट संख्या 303 और 901 सौरभ सिंघल तो 505 शिवम सिंह का बताया जाता है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो