धनबाद(DHANBAD): विधायक राज सिन्हा के भोज में सांसद पीएन सिंह की चुटकी , कुछ ऐसा ही शुक्रवार को धनबाद के भाजपा विधायक राज सिन्हा के भोज में हुआ. सांसद ने विधायक सरयू राय के बहाने जोर का झटका धीरे से विधायक राज सिन्हा , बोकारो के विधायक बिरंची नारायण और धनबाद के पूर्व मेयर शेखर अग्रवाल को दिया. बात शुरू हुई जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय को लेकर, लेकिन यह बात आगे बढ़ते- बढ़ते राज सिन्हा, बिरंजी नारायण और पूर्व मेयर शेखर अग्रवाल तक पहुंच गई. वैसे सांसद पीएन सिंह ने सरयू राय को आड़े हाथों लिया. उनकी राजनीतिक कद -काठी पर भी सवाल किया. यह भी कह डाला कि वह कहते फिरते हैं कि मुख्यमंत्री को हराया है, तो क्या राजा पीटर ने भी तो मुख्यमंत्री को हराया था. तो क्या हुआ. इसका परिणाम क्या निकला. सांसद पीएन सिंह ने यह भी कहा कि लोकसभा सीट की दावेदारी को लेकर वह राजनीतिक चौखट पर खड़े है. पार्टी जिस ओर धक्का देगी , उधर चले जाएंगे. उम्र के आधार पर उन जैसे नेताओं के बारे में निर्णय पार्टी को ही लेना है. जनता की सेवा या जनता में उनकी लोकप्रियता को लेकर उन पर कोई सवाल नहीं है.
हर चुनाव में धनबाद में सक्रिय हो जाते हैं सरयू राय
सांसद ने कहा कि सरयू राय हर चुनाव के समय धनबाद में सक्रिय होते है. कोयला चोरी पर बोलते हैं और फिर चले जाते है. कोयला चोरी के खिलाफ उन्होंने क्या किया, हाईकोर्ट क्यों नहीं गए. सीबीआई जांच के लिए राज्य सरकार से क्यों नहीं अनुशंसा कराइ. सिर्फ बयान देने का क्या मतलब है. सरयू राय की भाजपा की राजनीति में क्या भूमिका है, अब तो वह भाजपा में है भी नहीं. आगे जोड़ दिया कि सरयू राय के हर बयान पर बोलना उचित नहीं है. सरयू राय से उनकी कोई राजनीतिक तुलना भी नहीं की जा सकती. वह लगातार तीन बार धनबाद के विधायक और तीन बार सांसद रहे. कैबिनेट मंत्री रहे, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे. उन्होंने ऐसी सीट बीजेपी को दिलवाई , जिस पर आजादी के बाद कभी पार्टी प्रत्याशी विजई नहीं हुए थे. फिलहाल चुनावी मौसम है, बरसाती मेंढक की तरह कई नेता सक्रियता दिखाएंगे. सांसद पीएन सिंह के बढ़ते उम्र के कारण धनबाद सीट से कई लोग उम्मीदवारी ठोक रहे है. समय-समय पर यह बातें मीडिया में आती रहती है.
दावा पेश कर अपने को दावेदार बताते रहे हैं
लोग दावा पेश करते हैं, अपने को दावेदार बताते हैं ,अपनी उपलब्धियां गिनाते है. शायद सांसद ने विधायक राज सिन्हा , विधायक बिरंची नारायण और पूर्व मेयर शेखर अग्रवाल को चुनकर चुटकी ली. कहा कि जब टिकट के दावेदार है तो धनबाद की समस्याओं और परेशानियों के बारे में उन्हें आगे बढ़कर बोलना चाहिए. जब टिकट के दावेदारी करेंगे तो यह सब भी करना होगा. वैसे इस भोज में शामिल विधायक राज सिन्हा ने कहा कि धनबाद में अपराध के खिलाफ विधानसभा में जो कहना चाहिए था, मैंने कहा. मंत्री को जवाब देना पड़ा. विधायक सरयू राय ने तो एक शब्द नहीं बोले. सरयू राय को राजनीति करनी है तो करें, वह तो "पेपर टाइगर" है. धनबाद के हित में क्या है, यहां के सांसद और विधायक भली-भांति समझते है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो