धनबाद (DHANBAD) : एक आंकड़े के अनुसार यह बताता है कि भारत में हर 10 घर में से 1 घर में एसी लगी है, इस आंकड़े में बदलाव भी संभव हो सकता है कि हर 10 घर में दो या तीन एसी फिलहाल लगे मिले. वैसे संपन्न देश अमेरिका, जापान के 10 घरों में से 9 घरों में एसी लगा हैं. यह एसी मौसम के लिए बड़ा संकट बन रहा हैं. दुनिया के तापमान की तपिश इसी के कारण तेज हो रही है. घर, ऑफिस और वाहन में लगे ऐसी लोगों को ठंडक जरूर पहुंचा रहे हैं. लेकिन इनकी वजह से वातावरण का तापमान बढ़ रहा है.
आपकों बता दें कि विश्व आर्थिक मंच के अनुसार दुनिया में इस समय कुल 200 करोड़ एसी चल रहे हैं. लेकिन ऐसा ही रहा तो यह संख्या वर्ष 2050 तक 600 करोड़ पार कर देगा. एसी हमे ठंडक तो पहुंचाती है लेकिन इश से निकलने वाली ग्रीन हाउस गैस तापमान में 0.5 जिग्री की वृद्धि कर देती है. एक आकड़े के अनुसर दुनिया भर में 3 अरब आबादी सबसे गर्म स्थान पर रहती है. जिनमें से 8 फ़ीसदी के पास एसी है. लेकिन अगर आगे भी एसी का इस्तेमाल ऐसा ही होता रहा तो वो दिन दूर नहीं जब लोग गर्मी से और परेशान होंगे.
अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी के अनुसार दुनिया में हर 10 में से एक घर में एसी लगे है. जिसक कारण गर्मी के मौसम में दुनिया भर में पैदा होने वाली 13 फ़ीसदी बिजली एसी चलाने पर खर्च होती है. इसी के चलने और ऊर्जा की खपत से सालाना औसतन 2 अरब टन कार्बन उत्सर्जन होता है. मौसम ने इस साल कड़ा रुख अख्तियार किया है. आषाढ़ चल रहा है लेकिन गर्मी नरम रूख नहीं अख्तियार कर रही है.
आपकों बता दें कि झारखंड के कई जिलों में पारा 44 डिग्री के आसपास चल रहा है. सोमवार को खुलने वाले स्कूलों की तिथि बढ़ा दी गई है. गर्मी ऐसी है कि लोगों का चलना मुश्किल हो गया है. सुबह 7 बजे से ही गर्म हवा चलने लगती है, जो दोपहर होते-होते अंगारे बरसाने लगती है. एसी भले ही कमरे के भीतर रहने वाले लोगों को ठंडक पहुंचा रही है , लेकिन वातावरण में यह गर्मी बढ़ा रही है.
रिपोर्ट. धनबाद ब्यूरो