रांची(RANCHI)- बड़े ही शातिर तरीके से घोटाले को अंजाम देने वाला पीएचईडी विभाग का कैशियर फरार हो गया है. जब तक इस तथ्य का खुलासा हुआ वह भाग गया है. उसने फर्जी तरीके से एक कंपनी का चेक का अपने द्वारा बनाए गए फर्जी बैंक खाते में हस्तांतरित करवा लिया था.विभाग में जैसे ही इसकी जानकारी हुई है और जांच पड़ताल शुरू हुई तो यह कैशियर फरार हो गया. संभव है कि यह घोटाला लगभग 20 करोड़ रुपए का हो.
जानिए इस मामले को और विस्तार से
दरअसल स्वर्ण रेखा शीर्ष कार्य मंडल रांची के अधीन लार्सन ऐंड टुब्रो कंपनी ने शहरी पेयजलापूर्ति योजना पर काम किया था.इस काम के एवज में जो चेक का भुगतान किया गया उसे लार्सन एंड टूब्रो से मिलते जुलते फर्जी आईडी पर आधारित बैंक खाते में डाल दिया गया.यह काम करने वाला एक व्यक्ति तो शिनाख्त हो गया है. इसका नाम संतोष कुमार है.विभाग ने इसके खिलाफ रांची के सदर थाना क्षेत्र में प्राथमिक की दर्ज कराई है. दूसरी तरफ कैश बुक को भी इस कैशियर ने गायब कर दिया है. ताजा जानकारी के अनुसार वह मोटी रकम लेकर थाईलैंड फरार हो गया है और वहां अय्याशी कर रहा है.विभागीय सूत्रों के अनुसार फिलहाल 5 करोड़ रुपए की हेराफेरी के मामले सामने आ रहे हैं. वैसे विभाग ने पांच सदस्य कमेटी गठित कर इसकी जांच शुरू कर दी है.पेयजल स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा है कि जिसने यह काम किया है उसे बख्शा नहीं जाएगा.