रांची (RANCHI) : झारखंड में अपराधियों का हौसला बुलंद है. खुलेआम गोलियां चल रही, लूट और रेप आम हो गया है. हद तो तब हुई जब एक विधायक प्रतिनिधि को अपराधियों ने गोलियों स भून दिया. इसके बाद पुलिस प्रशासन की पोल खुद विधायक और पूर्व मंत्री ने सरेआम खोल दिया. झारखंड में अपराध बढ़ने का कारण सभी पैसों के बल पर पोस्टिंग पाने वाले पुलिस अधिकारी बन रहे हैं. यहां किसी भी थाना में पोस्टिंग करना हो तो एक मोटी रकम संबंधित अधिकारियों तक पहुंचाने पर तुरंत थानेदार बन सकते हैं. कोई DSP सेंटरिंग में हो तो उसे भी पैसे देने पर मनचाहा एरिया मिल सकता है. पैसा के साथ थोड़ी नेताओं की सिफारिश की भी जरूरत होती है.
विधायक अम्बा प्रसाद ने खोला पोल
हम यह बात ऐसे ही नहीं कह रहे. इसकी पोल खुद सत्तारूढ़ दल की विधायक अम्बा प्रसाद ने खोला है. दरसअल मामला तूल तब पकड़ा जब विधायक प्रतिनिधि की हत्या सरेआम कर दी गई. विधायक प्रतिनिधि को गोलियों से भूम दिया गया.फिर क्या था विधायक अम्बा प्रसाद स्पॉट पर पहुंची. उन्होंने वहां के DSP और थानेदार पर कई आरोप लगाए. अम्बा ने DSP पर अपराधियों के साथ-साथ गांठ का आरोप लगाया. इसके अलावा अम्बा के पिता पूर्व मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने तो DSp को बोला कि जब पोस्टिंग नहीं हुई थी तब खूब घर पर हाजरी लगा रहे थे.यहां तक की जेल में भी फोन कर सिफारिश करने की गुहार कर रहे थे. लेकिन जब पोस्टिंग मिल गई तब आप शराब के नशे में घूम रहे है. अम्बा और उनके पिता ने DSP और थानेदार को कहा कि शाम होते ही अपराधीयों के साथ बैठकी होती है.ऐसे ही अपराध पर लगाम लगेगा.
बड़े माफिया और अपराधियों को साथ ले कर घूमते हैं DSP
थानेदार और DSP सिर्फ साईकल और मोटरसाइकिल पर कोयला ढोने वाले पर कार्रवाई करते हैं. जबकि बड़े माफिया और अपराधियों को साथ ले कर घूमते हैं. ऐसा नहीं चलने दिया जाएगा.उनके आरोप पर DSP ने जवाब भी दिया कि वापस ट्रांसफर करा दीजिए.
प्रतुल शाहदेव ने उठाए सवाल
बजट सत्र के दैरान इस मामले पर भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने भी सरकार पर सवाल उठाया. प्रतुल ने कहा कि इस सरकार में अफसरशाही बढ़ी हुई है. इसका कारण इस सरकार के मुखिया हेमन्त सोरेन है.उन्होंने कहा कि किस तरह से यहां ट्रांसफर पोस्टिंग का खेल जारी है.इसकी पोल खुद सत्तारूढ़ दल की विधायक और नेता खोल रहे हैं. इतना ही नहीं योगेंद्र प्रसाद जेल में रहते हुए कैसे फोन पर बात कर रहे थे.झारखंड में विधि व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गयी है.
रिपोर्ट : समीर हुसैन, रांची