रांची(RANCHI): झारखंड कांग्रेस में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है. नई कमेटी के गठन के बाद से ही राजेश ठाकुर पर विरोधियों का हमला जारी है. कमेटी गठन में भी कई स्तर पर अध्यक्ष ने गलती कर दी थी. जब राजेश ठाकुर को अपना पुतला जलते हुए दिखने लगा और विरोध मजबूत होता दिखा, तब वे फिर बैकफुट पर आए. फिर संशोधन किया गया.
कांग्रेस के दुश्मनों के साथ सांठगांठ का आरोप
फिर भी कांग्रेस शांत नहीं है. जहां राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा चल रही है वहीं झारखंड में राजेश ठाकुर के नेतृत्व वाली कांग्रेस में दरार दिखती जा रही है और यह दिन ब दिन बढ़ भी रही है. राजेश ठाकुर ने नई कमेटी में जिन्हें पद दिया वह भी इनके मुखर विरोधी हो गए हैं इनके ऊपर कथित रूप से कांग्रेस के दुश्मनों के साथ सांठगांठ का आरोप लग रहा है. ऐसे में राजेश ठाकुर द्वारा बनाई गई अनुशासन समिति चुप कैसे रह सकती थी. उसे भी तो कुछ काम करना था विरोधियों का मुंह बंद करने के लिए झारखंड कांग्रेस कार्यालय में एक बैठक बुलाई गई है. अनुशासन समिति के अध्यक्ष बृजेंद्र सिंह धनबाद से दौड़े-दौड़े पहुंचे और अन्य सदस्यों के साथ बैठक कर पार्टी विरोधी बयान देने वाले नेताओं की सूची तैयार की.
7 पदाधिकारियों को शो कॉज जारी
राजेश ठाकुर को आंख दिखाने वाले 7 पदाधिकारियों को शो कॉज जारी करने का निर्णय लिया गया. इन्हें 14 दिनों के अंदर अपना पक्ष रखने को कहा गया है. राजेश ठाकुर के खिलाफ बयान देने वाले या विरोध करने वाले आलोक दुबे, राजेश गुप्ता, साधु शरण गोप, राकेश तिवारी, सुनील सिंह,लाल किशोर नाथ शाहदेव,अनिल ओझा को 14 दिनों के अंदर लिखित रूप से यह बताना है कि वे राजेश ठाकुर को क्यों नहीं पसंद कर रहे हैं उनमें क्या खराबी है और उनके खिलाफ बगावत क्यों कर रहे हैं. अनुशासन समिति आज एक भी बैठेगी जब इनके लिखित जवाब आ जाएंगे तब उसकी समीक्षा की जाएगी. फिर जैसा होगा वैसा निर्णय लिया जाएगा. केंद्रीय नेतृत्व को सूचित किया जाएगा कि विरोध में कितना दाम है और विरोध करने वाले कितने दमदार. उसके बाद पार्टी निर्णय लेगी इस निर्णय तक पहुंचने में शायद कांग्रेस का रंग रूप ही बदल जाए.ऐसा भी हो सकता है. कांग्रेस के अंदरूनी सूत्र ऐसा बताते हैं.