धनबाद (DHANBAD) : ट्रेनों में एक बार फिर जनरल बोगियों को हटाने की मुहिम शुरू हुई है. जनरल बोगियों को हटाकर स्लीपर और एसी बोगी लगाने का काम शुरू किया गया है. जानकारी के अनुसार धनबाद होकर चलने वाली कई ट्रेनों में इस महीने रेक की बनावट में अस्थाई बदलाव करने का निर्णय लिया गया है. सूत्रों के अनुसार प्रमुख ट्रेनों में जनरल बोगी हटाकर स्लीपर और एक ट्रेन कोलकाता-आगरा कैंट साप्ताहिक एक्सप्रेस में एक जनरल बोगी के बदले थर्ड इकोनॉमी क्लास की बोगी जोड़ने की बात तय हुई है.
कुछ ऐसी ट्रेनें, जिनमे यह इंतजाम किये जा रहे
कोलकाता-जम्मू तवी-कोलकाता एक्सप्रेस में कोलकाता से 16 दिसंबर से 15 जनवरी तक तथा जम्मू तवी से 18 दिसंबर से 17 जनवरी तक एक-एक जनरल बोगी हटाकर एक स्लीपर बोगी लगाई जाएगी. इस तरह कोलकाता-ग्वालियर-कोलकाता सुपरफास्ट एक्सप्रेस में कोलकाता से 18 दिसंबर से 15 जनवरी तक तथा ग्वालियर से 19 दिसंबर से 16 जनवरी तक, कोलकाता-अमृतसर-कोलकाता दुर्गियाना एक्सप्रेस में कोलकाता से 17 दिसंबर से 14 जनवरी तक तथा अमृतसर से 19 दिसंबर से 16 जनवरी तक एक-एक जनरल बोगी को हटाकर स्लीपर क्लास की बोगी जोड़ी जाएगी. और भी कुछ ट्रेनें है, जिनमें यह व्यवस्था की जा रही है.
देश की लाइफ लाइन की उपाधि है रेलवे को
भारतीय रेलवे को देश की लाइफ लाइन कहा जाता है. यह लाइफ लाइन है भी. करीब 2 करोड़ 40 लाख लोग रोजाना ट्रेन से सफर करते हैं. लोग रोज या अक्सर ट्रेनों में सफर करते हैं लेकिन उन्हें मालू नहीं होता कि रेलवे उनके लिए कितना महत्वपूर्ण है. भारतीय रेल दुनिया का चौथा सबसे विशाल रेलवे नेटवर्क है और यात्री, गाड़ी व अपने स्टेशनों से जुड़ी कई खूबियों को लेकर अलग पहचान रखता है.
भारत में हर दिन लगभग 22,593 ट्रेनें संचालित होती हैं
भारत में हर दिन लगभग 22,593 ट्रेनें संचालित होती हैं. इनमें 13,452 यात्री ट्रेनें हैं, जो करीब 7,325 स्टेशनों को कवर करती हैं. इन यात्री ट्रेनों से रोजाना 2.40 करोड़ यात्री सफर करते हैं. ट्रेनों की इस संख्या में मेल, एक्सप्रेस और पैसेंजर सभी तरह की ट्रेनें शामिल हैं. इसके अलावा, भारतीय रेलवे माल ढुलाई के लिए हर दिन 9141 ट्रेनें चलाता है. जिसके जरिए देश के कोने-कोने तक जरूरी सामानों की आपूर्ति की जाती है. रेलवे रोजाना लगभग 20.38 करोड़ टन माल ढोता है. वहीं, मालगाड़ी और यात्री रेलगाड़ियां मिलकर प्रतिदिन लगभग 67,368 किलोमीटर की दूरी तय करती हैं. हाल के दिनों में रेलवे ने कई बदलाव किये है. बदलाव का यह क्रम अभी भी जारी है. देखना होगा कि आगे और किस किस तरह के बदलाव किये जाते है.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो