जमशेदपुर(JAMSHEDPUR)- ओडिशा के नवनियुक्त राज्यपाल रघुवर दास भुवनेश्वर पहुंच गए हैं. रविवार को ओडिशा राज भवन के एडीसी जमशेदपुर पहुंचे और उन्हें नोटिफिकेशन की प्रति देते हुए शपथ ग्रहण के लिए आग्रह किया. रघुवर दास सपरिवार पुरुषोत्तम एक्सप्रेस से भुवनेश्वर के लिए रवाना हुए.
31 अक्टूबर को राज्यपाल पद की लेंगे शपथ
ओडिशा के नवनियुक्त राज्यपाल रघुवर दास को नवरात्र के दौरान राज्यपाल बनने की सूचना मिली थी. दशहरा खत्म होने के बाद रघुवर दास रांची आए. रांची के बाद वे दिल्ली जाकर भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा दिया. उन्होंने दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भाजपा नेता से भी मुलाकात की.
मुख्यमंत्री समेत कई पदों पर रह चुके हैं रघुवर दास
भाजपा के गठन के समय से पार्टी के सदस्य के रूप में काम करने वाले रघुवर दास टाटा कंपनी में मजदूर थे. जयप्रकाश आंदोलन के दौरान उन्होंने सक्रिय भूमिका निभाई. झारखंड में वे लगभग सभी प्रमुख राजनीतिक पदों पर रहे. पार्टी के पदाधिकारी से लेकर प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व संभाला.जमशेदपुर पूर्वी से विधायक कई बार चुने गए. अलग झारखंड राज्य बनने के बाद मंत्री भी बने श्रम विभाग भवन निर्माण नगर विकास समिति कई विभागों के मंत्री का दायित्व संभाला उसके बाद 2014 से लेकर 2019 तक मुख्यमंत्री के रूप में झारखंड में मजबूती के साथ काम किया. रघुवर दास ने कहा है कि पार्टी ने उन्हें बहुत सम्मान दिया है. एक कार्यकर्ता से लेकर मुख्यमंत्री जैसे पद पार्टी की बदौलत मिले.
शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी
ओडिशा के नवनियुक्त राज्यपाल के रूप में रघुवर दास 31अक्टूबर यानी मंगलवार को पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे. भुवनेश्वर स्थित राज भवन में ओडिशा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलवाएंगे. शपथ ग्रहण समारोह में ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भी मौजूद रहेंगे. रघुवर दास ओडिशा के 26 वें राज्यपाल हुए हैं. गूगल ने भी रघुवर दास को ओडिशा के राज्यपाल के रूप में अपडेट किया है. झारखंड से भी कई लोग शपथ ग्रहण समारोह में जाने वाले हैं. जमशेदपुर से दर्जनों लोग शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेंगे.रांची से भी रघुवर दास के करीबी रहे पार्टी के नेता कार्यकर्ता शपथ ग्रहण समारोह में जाएंगे. उल्लेखनीय है कि रघुवर दास ओडिशा के निवर्तमान राज्यपाल प्रोफेसर गणेशी लाल का स्थान लेंगे. उन्होंने शुक्रवार को राजभवन से विदाई ली. गणेशी लाल ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा कि ओडिशा के लोग काफी भाग्यशाली हैं, क्योंकि यहां वे भगवान जगन्नाथ की पावन भूमि पर हैं.