धनबाद(DHANBAD) :अभी हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में झारखंड के चार विधायक सांसद बन गए. वैसे भी, झारखंड का चुनाव इस बार परिवारवाद की जद में लड़ा जा रहा है. दल चाहे सत्ता पक्ष हो अथवा विपक्ष, परिवारवाद से कोई अछूता नहीं है. कोल्हान में तो भाजपा पर आरोपों की छड़ी है, तो झारखंड मुक्ति मोर्चा भी इससे वंचित नहीं है. विधायक से जो चार सांसद बने, उनमें दो झामुमो के थे और दो भाजपा के. शिकारीपाड़ा के विधायक नलिन सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा के टिकट पर सांसद बन गए. वहीं मनोहरपुर की विधायक जोबा मांझी सांसद बनी तो हजारीबाग के विधायक मनीष जायसवाल भी सांसद बने. धनबाद के बाघमारा के विधायक ढुल्लू महतो भी विधायक से सांसद बन गए.
झामुमो ने अपने दो सांसदों के बेटों को दिया है टिकट
विधायक से सांसद बने नलिन सोरेन और जोबा मांझी के पुत्रों को झामुमो ने विधानसभा में टिकट दे दिया है. मनोहरपुर से जोबा मांझी के पुत्र जगत मांझी झामुमो के उम्मीदवार हैं तो शिकारीपाड़ा से नलिन सोरेन के पुत्र आलोक सोरेन झामुमो के टिकट पर उम्मीदवार बनाए गए है. इधर, धनबाद सांसद ढुल्लू महतो के भाई शत्रुघ्न महतो को भाजपा ने बाघमारा से भाजपा का प्रत्याशी बनाया है. इधर, झारखंड की राजनीति में सबसे चर्चित चेहरा बने झामुमो को छोड़ने वाले पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने भी शुक्रवार को अपना नामांकन दाखिल किया.
घाटशिला से चंपाई सोरेन के पुत्र ने भी कर दिया है नामांकन
सरायकेला से वह भाजपा के फिलहाल उम्मीदवार है. गुरुवार को उनके पुत्र बाबूलाल सोरेन ने घाटशिला विधानसभा क्षेत्र से नामांकन किया था. नामांकन के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन घाटशिला में मौजूद थे. आज नामांकन के आखिरी दिन चंपाई सोरेन ने नामांकन किया. कोल्हान के 14 सीटों पर 13 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. 2019 के विधानसभा चुनाव में कोल्हान में भाजपा को एक भी सीट नहीं मिली थी. सबसे चर्चा रही जमशेदपुर पूर्वी सीट की, जहां मुख्यमंत्री रहते हुए रघुवर दास चर्चित नेता सरयू राय के हाथों परास्त हो गए थे. विधायक से सांसद बनने वालों के बेटे, भाई को टिकट देने के बाद आम कार्यकर्ता सवाल कर रहे हैं कि क्या वह केवल झंडा ढोने के लिए है. जो भी हो, लेकिन झारखंड के इस चुनाव में कई रंग दिखेंगे. अभी से ही कई रंग दिखने शुरू हो गए है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो