टीएनपी डेस्क (TNP DESK): झारखंड लोक सेवा आयोग यानी (जेपीएससी) की प्रारंभिक परीक्षा का विरोध करना परीक्षार्थियों को महंगा पड़ा. दरअसल चतरा के उपेंद्रनाथ वर्मा इंटर कॉलेज के प्राचार्य धनेश्वर प्रसाद ने सदर थाना में 43 जेपीएससी परीक्षार्थियों के खिलाफ पप्राथमिकी दर्ज करायी है. प्राथमिकी में परीक्षार्थियों पर परीक्षा का बाधित करना, विधि-व्यवस्था भंग करना, परीक्षा का बहिष्कार करना व हंगामा खड़ा कर शांति भंग करने का आरोप लगाया गया.
सदर थाने में दर्ज कराया मामला
जानकारी देते हुए प्राचार्य ने बताया कि 17 मार्च रविवार को जेपीएससी द्वारा प्रारंभिक परीक्षा आयोजित किया गया था. जिसमें सभी शर्तों को पूरा करते हुए प्रश्न पत्र का पैकेट खोला गया. लेकिन अभ्यार्थियों ने प्राचार्य के कार्यालय में प्रश्रपत्र खोलने का आरोप लगा कर जमकर विरोध करना शुरू कर दिया था. वहीं मामले की जानकारी देते हुए सदर थाना प्रभारी विपिन कुमार ने बताया कि कॉलेज के प्राचार्य के आवेदन के आधार पर मामला दर्ज किया गया है. फिलहाल पुलिस द्वारा आगे की कार्रवाई की जा रही है.
इनके खिलाफ़ हुआ मामला दर्ज
कौशल किशोर सिंह, कमल किशोर, कौशिक दुबे, कर्मवीर एन चौधरी, कांतेश कुमार, कंचन कुमारी, कांती कुमारी, काजल खंडेलवाल, कौशल्या कुमारी समेत अन्य शामिल हैं.
जानिए क्या है पूरा मामला
आपकों बता दें कि झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) ने 17 मार्च को 11वीं से 13वीं सिविल सेवा पीटी परीक्षा का आयोजन किया था. लेकिन परीक्षा शुरू होने से पहले अभ्यर्थियों ने जेपीएससी प्रश्न पत्र लीक का आरोप लगाया और विरोध करना शुरू कर दिया था. छात्रों ने परीक्षा केंद्र प्रबंधन पर एग्जाम से पूर्व प्रश्न पत्र लीक करने का अरोप लगाया था. अभ्यर्थियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि क्लास रूम के बजाय प्रिंसिपल चेंबर में प्रश्न पत्र को खोला गया है. वहीं अभ्यार्थियों के विरोध को देखते हुए कॉलेज के प्रिंसिपल धनेश्वर राम ने सफाई देते हुए कहा था कि प्रश्न पत्र को कंट्रोल रूम में परीक्षा अवधि में नियमानुसार खोला गया है. पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग कराया गया है. हंगामा कर रहे जेपीएससी अभ्यर्थियों का आरोप निराधार है.जिसके बाद कॉलेज के प्राचार्य धनेश्वर प्रसाद ने सदर थाना में 43 जेपीएससी परीक्षार्थियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है.