रांची(RANCHI): झारखंड में चल रही उत्पाद सिपाही भर्ती के दौरान 12 अभ्यर्थियों की मौत के बाद सरकार ने कड़ा कदम उठाया है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उत्पाद सिपाही की भर्ती प्रक्रिया को अगले तीन दिनों तक स्थगित करने का निर्देश दिया है. यह जानकारी सरकार ने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया है. हालांकि इस मामले पर अगर पहले ही सरकार ने गंभीरता दिखाई होती तो शायद आज इन 12 अभ्यर्थियों की मौत न हुई होती.दरअसल उत्पाद सिपाही भर्ती के मामले पर जब कोहराम मचा तो सीएम ने इस मामले पर संज्ञान लेते हुए भर्ती परिक्षा को स्थगित कर दिया हैं. इस दौरान सीएम ने नियमावली में भी संशोधन की बात कही. वहीं मुख्यमंत्री के इस फैसले पर अभ्यर्थी खुश नजर आ रहे है, उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से जब परीक्षा को स्थगित किया गया है, तो मामले की कड़ी जांच और दौड़ पक्रिया के समय पर बदलाव करें.
परीक्षा स्थगित होने पर सरकार नियमावली पर करें संशोधन
सरकार के फैसले के बाद अभ्यर्थियों का कहना है कि उत्पाद सेना भर्ती की प्रक्रिया शारीरिक परीक्षा को तीन दिनों के लिए स्थगित कर सरकार ने एक अच्छा फैसला लिया है. क्योंकि जिस तरीके से युवाओं की मौत हुई है, यह एक गंभीर विषय है. अभ्यर्थियों ने कहा कि जब यह परीक्षा को स्थगित किया ही गया है तो, सरकार इस नियम पर संशोधन करें. क्योंकि जिन 12 युवकों की मौत हुई है, वे सारे लोग दवाई नहीं खाए होंगे. इसलिए पहले के नियम के आधार पर शारीरिक परीक्षा की प्रकिया लागू की जाए और इस मामले पर गंभीरता से जांच कर करें.
सरकार के अगले फैसले का रहेंगा इंतजार
वहीं कई अभ्यर्थियों ने यह भी कहा कि सरकार द्वारा शारीरिक परीक्षा को स्थगित करने पर कोई निराशा नहीं है, हम चाहते हैं नियमावली में संशोधन हो. साथ ही 12 युवकों की मौत के पीछे का मूल कारण क्या है इसकी जांच की जाए. उन्होंने कहा कि दूसरे राज्य में 6 मिनट में 16 सौ मीटर की दौड़ लगानी होती है, लेकिन झारखंड में 1 घंटे में 10 किलोमीटर. अगर सरकार की ओर से मामले की जांच हो रही है, तो सबसे पहले उन्हें दौड़ के समय में बदलाव करना चाहिए. वहीं अभ्यर्थियों ने कहा कि हमें अब सरकार के अगले फैसले का इंतजार रहेंगा, हम भी सरकार के नियम पर ही चल रहे हैं.