गोड्डा(GODDA):गोड्डा के डांडे की रहने वाली प्रेरणा मिश्रा आज देश के वैसे हजारों युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बन चुकी है जो स्टार्टअप के जरिए अपना भविष्य संवारने की चाहत रखते है।प्रेरणा के कार्यों की सराहना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में की. आखिर क्या है इनका स्टार्टअप और कैसे प्रेरणा बनी युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत देखिए The News Post की खास रिपोर्ट में..
झारखंड की राजधानी रांची से सैकड़ो किलोमीटर दूर गोड्डा जिला के एक छोटे से गांव में आज उत्सव का माहौल है. हो भी क्यों नहीं, आखिर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में इस गांव की महिलाओं के कार्य की सराहना जो की है. इस सराहनीय कार्य की प्रारणास्रोत कोई और नहीं बल्कि गांव की बेटी प्रेरणा मिश्रा है. गांव में पली बढ़ी प्रेरणा ने पढ़ाई पूरी करने के बाद मुम्बई में अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी मल्टी नेशनल कंपनी में अपनी सेवा दी. लेकिन कोरोना की काली साया ने इनकी नौकरी छीन ली.
2020 में मचा था कोहराम
याद कीजिए 2020 में कोरोना का वो दौर जब जीवन बचाने के लिए लोग जद्दोजहद कर रहे थे. शिक्षण संस्थान से लेकर फैक्ट्री में ताला बंद हो गया. सड़कों पर वाहनों का आवागमन बाधित था लेकिन जीवन की प्रत्याशा में लोग सड़कों पर बेतहाशा चले जा रहे थे. प्राइवेट कंपनी अपने कर्मी को नौकरी से निकाल रहे थे. वर्क फ्रॉम होम की परंपरा शुरू हो गयी थी. उस वक्त पीएम ने आपदा को अवसर में बदलने का आह्वान किया था.
कोरोना की महामारी मे शुरू किया था स्टार्टअप
छटनी के दौर में जब प्रेरणा की नौकरी गयी तो इसने आपदा को अवसर में बदलने को सोचा. लौट कर घर आयी और महिला स्वयं सहायता समूह बनाकर नेचरशीप नमक स्टार्टअप की आधारशिला रखी. समूह द्वारा परंपरागत तरीके से फ़ूड प्रोडक्ट तैयार किया जाता है. नेचरशिप नाम से इनका प्रोडक्ट भारी भरकम मशीन से नहीं बल्कि पारंपरिक ढेंकी और जांता से तैयार किया जाता है और प्रोडक्ट अमेजन, फ़्लिपकार्ट जैसी कंपनी के साइट पर उपलब्ध है. इनके द्वारा तैयार किया गया सत्तू, दाल, कतरनी चावल और चूड़ा की मांग देश विदेश तक हो रही है. प्रोडक्ट की पैकेजिंग भी इको फ्रेंडली है. प्रेरणा बताती है कि इनका प्रयास है फ़ूड प्रोडक्ट में कुछ नया करने का. सत्तू में चॉकलेट मिलाकर तैयार किया जा रहा है जो बच्चों के बीच बेहद लोकप्रिय हो रहा गया. आज प्रेरणा नौकरी करने वाली नहीं बल्कि नौकरी देने वाली बन गयी है. विगत 4 वर्षों से सैकड़ों महिलाएं समूह से जुड़कर आत्मनिर्भर हो चुकी है.
आज जब प्रधानमंत्री ने मन की बात कार्यक्रम में प्रेरणा के कार्यो की सराहना की तो निश्चित रूप से इस समूह से जुड़ी महिलाओं की खुशी देखते बन रहा था. आपदा को अवसर में बदलकर प्रेरणा हजारों युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बन चुकी है.
गोड्डा से अजित के साथ दुमका से पंचम झा की रिपोर्ट