टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव अब हिंसक रूप लेते जा रहा है. पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (President Donald Trump) को मारने की एक और कोशिश की गई है. इस बार फ्लोरिडा स्थित उनके गोल्फ कोर्स में फायरिंग (Firing) की गई. इस हमले में पूर्व राष्ट्रपति बच गए, लेकिन मौके से एके 47 (AK 47) बरामद की गई. इस हमले को लेकर एफबीआई (FBI) ने एक बयान में कहा है कि जब गोली चली, तब डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) वहां से महज 275-455 मीटर की दूरी पर थे. एक प्रत्यक्षदर्शी ने तो यहां तक कहा है कि उसने झाड़ियों से एक आदमी को भागते हुए देखा था जो बाद में काले रंग की कार में भाग गया.
हमले के बाद क्या हुआ, आरोपी कहां है?
स्थानीय पुलिस अधिकारी ब्रैडशॉ ने इस हमले के बारे में बीबीसी (BBC) को विस्तार से बताया है. उनका कहना है कि उस समय मौके पर मौजूद सीक्रेट सर्विस एजेंट (Secret Service Agent) ने बेहतरीन काम किया है. उनके मुताबिक, अधिकारी ने पहले ही देख लिया था कि एक राइफल दिखाई दे रही है. इसके तुरंत बाद संदिग्ध को घेरने की कोशिश की गई, लेकिन वह भाग निकला. फिलहाल, ऐसी खबरें हैं कि एक संदिग्ध को हिरासत में ले लिया गया है. दूसरी ओर, व्हाइट हाउस (The White House) ने भी मामले का संज्ञान लिया है और हर अपडेट पर नजर बनाए हुए है.
डोनाल्ड ट्रंप पूरी तरह सुरक्षित
ट्रंप की सुरक्षा में तैनात अधिकारियों ने संदिग्ध पर फायरिंग भी की, लेकिन वह भागने में सफल रहा. फिलहाल इस हमले के बाद पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह पूरी तरह सुरक्षित हैं और किसी भी कीमत पर झुकने वाले नहीं हैं. उन्होंने ईमेल (Email) के जरिए अपने समर्थकों को लिखा कि मैं सुरक्षित हूं. अब कोई बाधा मुझे रोक नहीं सकती, याद रखिए मैं कभी आत्मसमर्पण (Surrender) नहीं करूंगा. राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस ने भी इस हमले पर चिंता जताई है और जोर देकर कहा है कि अमेरिका में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है.
कुछ दिन पहले भी ट्रंप पर हुआ था हमला
यह हमला इसलिए अहम है क्योंकि ट्रंप पर पहले भी फ्लोरिडा (Florida) में हमला हो चुका है. दरअसल, ट्रंप एक रैली को संबोधित कर रहे थे तभी अचानक गोली चल गई और गोली ट्रंप के कान को छूते हुए निकल गई. उस हमले के तुरंत बाद सीक्रेट सर्विस के एजेंट सक्रिय हो गए और हमलावर को मौके पर ही मार गिराया गया था.