टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : प्रीति जिंटा ने महाकुंभ-2025 के तहत बुधवार को आयोजित आखिरी स्नान पर्व पर एक भावुक आध्यात्मिक पोस्ट किया. सोशल मीडिया पर उनकी यह पोस्ट कुछ दिनों पहले पवित्र नगरी प्रयागराज की उनकी यात्रा से संबंधित थी, जिसमें आध्यात्मिक अनुभव शामिल थे. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने आधिकारिक अकाउंट से प्रयागराज महाकुंभ की अपनी यात्रा से संबंधित एक वीडियो साझा किया और अपने आध्यात्मिक अनुभव के बारे में विस्तार से लिखा.
कुंभ मेले में जाना एक जादुई और दिल को छू लेने वाला अनुभव
प्रयागराज महाकुंभ के बारे में प्रीति ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि यह कुंभ मेले में मेरा तीसरा दौरा था और यह जादुई, दिल को छू लेने वाला और थोड़ा दुखद था. जादुई इसलिए क्योंकि मैं चाहे जितनी भी कोशिश कर लूं, मैं यह नहीं बता सकती की मुझे कैसा महसूस हुआ. दिल को छू लेने वाला इसलिए है क्योंकि मैं अपनी मां के साथ गयी थी और यह उनके लिए दुनिया से बढ़कर था. दुखद इसलिए क्योंकि मैं जीवन और मृत्यु के विभिन्न चक्रों से मुक्त होना चाहती थी, लेकिन मुझे जीवन और आसक्ति का द्वंद्व महसूस हुआ.
मुझे विश्वास है कि सभी जिज्ञासाओं का मिलेगा उत्तर
प्रीति जिंटा ने अपनी पोस्ट में आगे लिखा कि क्या मैं अपने परिवार, अपने बच्चों और अपने प्रियजनों को छोड़ने के लिए तैयार हूं? नहीं! मैं तैयार नहीं हूं! यह बहुत ही भावुक और विनम्र करने वाला होता है, जब आपको यह अहसास होता है कि आसक्ति के तार मजबूत और शक्तिशाली हैं और चाहे आपकी आसक्ति कुछ भी हो, आखिरकार आपकी आध्यात्मिक यात्रा और आगे की यात्रा अकेले ही होगी! मैं इस धारणा के साथ वापस आयी कि हम आध्यात्मिक अनुभव वाले मनुष्य नहीं हैं बल्कि आध्यात्मिक प्राणी हैं जो मानवीय अनुभव कर रहे हैं. इसके आगे मुझे नहीं पता, लेकिन मुझे विश्वास है, मेरी जिज्ञासा निश्चित रूप से उन सभी उत्तरों की ओर मार्ग प्रशस्त करेगी जिनकी मुझे तलाश है... तब तक, हर हर महादेव.