रांची(RANCHI): झारखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकों की बहुत कम है. ग्रामीणों को इस कारण बहुत समस्या झेलनी पड़ती है.उन्हें व्यक्तिगत और सरकारी योजनाओं के लाभ मसलन सामाजिक पेंशन जैसी योजना का लाभ उठाने में परेशानी होती है. झारखंड की हेमंत सरकार इसके लिए व्यवस्था करने जा रही है जो ग्रामीणों को बहुत राहत देगी.
अब जानिए क्या कर रही है हेमंत सरकार
ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सुविधाओं को पहुंचाने के लिए प्रज्ञा केंद्रों को चुना जा रहा है. सरकार द्वारा रजिस्टर्ड प्रज्ञा केंद्रों को सरकार बैंकिंग कॉरस्पॉडेंस के रूप में मान्यता देगी. इसके लिए तैयारी चल रही है. ग्रामीण अपने निकटवर्ती प्रज्ञा केंद्र पहुंचकर अपने खाते से पैसे निकाल सकते हैं और जमा भी कर सकते हैं.
प्रत्येक पंचायत में प्रज्ञा केंद्र को बैंकिंग कॉरस्पॉडेंट के रूप में स्थापित किया जाए
छोटे-छोटे काम के लिए ग्रामीणों को राष्ट्रीयकृत बैंक या फिर ग्रामीण बैंक जाना पड़ता है जो दूर भी होता है और आवागमन में परेशानी भी लोगों को झेलनी पड़ती है. इसलिए सरकार ने यह काम करने का निश्चय किया है. झारखंड की हेमंत सरकार सार्वजनिक बैंकों के साथ प्रज्ञा केंद्र के बीच एक संपर्क सूत्र का काम करेगी. प्रत्येक प्रज्ञा केंद्र किसी ना किसी सरकारी बैंक से जुड़े होंगे. प्रयास में हो रहा है कि प्रत्येक पंचायत में प्रज्ञा केंद्र को बैंकिंग कॉरस्पॉडेंट के रूप में स्थापित किया जाए. बताया जा रहा है कि आरंभ में 500 ऐसे प्रज्ञा केंद्रों को बैंकिंग कॉरस्पॉडेंट के रूप में विकसित किया जाएगा.