Ranchi-मिल्लत कॉलोनी मोहल्ला, पगमिल रोड हजारीबाग निवासी कोयला व्यवसायी इजहार अंसारी को ईडी ने समन जारी कर जून को पूछताछ के लिए बुलाया है. इजहार अंसारी पिछले 40 वर्षों से कोयला कारोबार से जुड़ा है, दावा किया जाता है कि इजहार 12 से अधिक शेल कंपनियों का मालिक है. इन्ही शेल कंपनियों की आड़ में वह अधिकारियों और सफेदपोश राजनेताओं की काली कमाई को सफेद किया करता था.
पूर्व खनन सचिव पूजा सिंघल का बेहद करीबी है इजहार
यहां बता दें कि इजहार को पूर्व खनन सचिव और मनीलांड्रिंग मामले में हवालात की हवा खा रहे पूजा सिंघल का बेहद करीबी माना जाता है. पूजा सिंघल मामले की जांच के दौरान भी ईडी ने जेएसएमडीसी के पूर्व बालू-कोयला इंचार्ज अशोक कुमार के साथ ही इजहार अंसारी के आवास पर भी छापेमारी की थी, उस वक्त ईडी को उसके आवास और कार्यालय से तीन करोड़ रुपये के पांच सौ और दो हजार रुपये बंडल मिले थें.
पूजा के बाद ईडी के निशाने पर था इजहार
उसी छापेमारी के बाद से ही इजहार ईडी के निशाने पर था और यह माना जा रहा था कि देर सवेर ईडी उसके साथ पूछताछ कर सकती है. अब जबकि मनरेगा और मनीलांड्रिंग मामले में ईडी अपनी चंगुल में पूजा सिंघल को फंसा चुकी है, उसने अब 22 जून को इजहार अंसारी को अपने कार्यालय में तलब कर दिया है.
कोल लिंकेज काम कर पूजा सिंघल के लिए करता था अवैध वसूली
दावा किया जाता है कि ईडी के पास इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि वह कोल लिंकेज काम कर पूर्व खनन सचिव पूजा सिंघल के लिए वसूली करता था. इसके साथ ही ईडी को सीए सुमन कुमार के पास भी 19 करोड़ रुपये मिले थें, सूत्रों का दावा है कि ईडी के पास इस बात के भी प्रमाण है कि यह पैसा भी इजहार ने ही पूजा सिंघल के लिए भेजवाया था. हालांकि यह रुपया पूजा सिंघल तक नहीं पहुंच सका और उसके पहली ही ईडी की छापेमारी हो गयी.
यहां एक बार फिर से बता दें कि मनीलांड्रिंग और मनरेगा घोटाले में ईडी 11 मई 2022 को ही पूजा सिंघल की गिरफ्तारी कर चुकी है, पूजा सिंघल जब जेएसएमडीसी की प्रबंध निदेशक थीं, तब पूजा सिंघल के काले साम्राज्य की देखरेख यही इजहार करता था. यही कारण है कि ईडी उन तमाम सबूतों को जुटाने की कोशिश में है, जिसके आधार पर अब इजहार की परिसंपत्तियों को जब्त किया जा सके.