धनबाद(DHANBAD) | धनबाद की झरिया में प्रदूषण के खिलाफ लगातार आवाज बुलंद हो रही है. झरिया की संस्थाएं अब प्रदूषण के खिलाफ कमर कस चुकी है. लगातार आंदोलन किये जा रहे है. आगे भी करने की रूपरेखा तैयार की जा रही है. धीरे-धीरे ही सही, इसमें लोगों की भागीदारी बढ़ती जा रही है. इस वजह से आयोजकों में भी उत्साह बढ़ता जा रहा है. ग्रीन लाइफ झरिया एवं यूथ कॉन्सेप्ट के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को बीसीसीएल के एरिया 9 के महाप्रबंधक कार्यालय के बाहर झरिया में व्याप्त वायू प्रदूषण के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान चलाया गया. हस्ताक्षर अभियान के दौरान स्थानीय एकजुट हुए और विकास भवन के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी झरिया में प्रदूषण बंद करो, महाप्रबंधक शर्म करो का नारा लगा रहे थे. बड़ी संख्या में प्रदूषण से त्रस्त राहगीरों ने हस्ताक्षर कर बीसीसीएल पर कोयला कंपनी के मानक के विरुद्ध कार्य पर सवाल उठाये. विकास भवन, भगतडीह से कतरास मोड़ तक सड़क पर उड़ रहे धूलकण से परेशान निवासियों में बीसीसीएल के प्रति आक्रोश था. लोगों ने बताया कि राजपुर परियोजना से कोयला ट्रांसपोटिंग के दौरान हाइवा के चक्का के साथ कीचड़ सड़क पर पहुँचता है. फिर डस्ट बनकर इतना उड़ता है कि यहाँ जीना दूभर हो गया है. पीने का पानी पर भी धूलकण की परत जम जाती है.
गलत नीतियों से फ़ैल रहा प्रदूषण
ग्रीन लाइफ के संयोजक डॉ मनोज सिंह ने कहा कि कोयला खनन के जनकल्याण मद का फंड अधिकारी गबन करते है. झरिया के सभी क्षेत्रों में गलत नीतियों से खनन कर प्रदूषण फैलाया जा रहा है. लाखों पेड़ काटे गए और बदले में कागज पर पौधारोपण हुआ, जिसका नतीजा है कि आज झरिया की हवा जहरीली हो गई है. यहाँ के लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता घट गई है. जिसके कारण कैंसर,टी बी, अस्थमा, हृदय रोग, लिवर - किडनी से संबंधित घातक व गंभीर बीमारियों के गिरफ्त में आ गए है. यूथ कॉन्सेप्ट के संयोजक अखलाक अहमद ने कहा कि हमारी सांसे संकट में है, रहम कीजिए सरकार. बीसीसीएल में भ्रष्टाचार का बोलबाला है. आलम यह है कि अब सांस लेने पर भी संकट आ गया है. बच्चे और वृद्ध बीमार पड़ रहे हैं , प्रत्येक दूसरे व्यक्ति स्वाँस की बीमारी से ग्रसित है.
झरिया में प्रदूषण बंद होने तक अभियान जारी रहेगा
कहा कि झरिया में प्रदूषण बंद होने तक यह अभियान जारी रहेगा. अशोक मालाकार ने कहा कि झरिया शहर को प्रदूषित करने का श्रेय बीसीसीएल महाप्रबंधक को जाता है. अगर इसपर रोक नही लगाई गई तो आगे कार्यालय घेराव होगा. डॉ दिलीप कुमार ने कहा कि वायू प्रदूषण के कारण झरिया में अंधापन की समस्या से लोग ग्रसित हो रहे है. लोगों की आंखों में जलन जैसी शिकायतें मिल रही है. अभियान में कौशल सिंह, अरबिंद यादव, श्रीकान्त अम्बष्ठ, अशोक मालाकार, डॉ मनोज सिंह, अखलाक अहमद, डॉ दिलीप कुमार, महताब आलम, राजेश गोस्वामी, डॉ एस हैदर, मो गाजी, डॉ यू आर दास, अली सरकार, विक्रम सिंह, विभा सिंह, संजीव सिंह, निशा मोदी, सहित सैकड़ों लोगों ने भाग लिया.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो