रांची(RANCHI): उत्तरकाशी में टनल धसने से झारखंड के 11 मजदूर नौ दिन से ज़िंदगी और मौत से जूझ रहे है. एक ओर बचाव और राहत कार्य चलाया जा रहा है तो दूसरी ओर झारखंड में राजनीति जमकर हो रही है. मजदूरों पर भाजपा और झामुमो आमने सामने है.
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि उत्तराखंड में सुरंग भारत सरकार की योजना के तहत खोदा जा रहा है. 9 दिन पहले हुए इस हादसे में कई लोग फसे हुए है चाल धसने से 11 मजदूर झारखंड के भी अभी भी फसे हुए है.भाजपा की योजनाओं में कई ऐसे मामले सामने आए है.कभी डैम बह जाता है तो कभी टनल धस जाता है.भाजपा अपने कुछ करीबियों को फायदा पहुंचाने के लिए योजना लेकर आ रही है.लेकिन इससे पर्यावरण को भी नुकसान हो रहा है.
उन्होंने कहा कि इस घटना पर बाबूलाल मरांडी ने एक बेतुका बयान दिया है.उन्होंने आरोप लगाया कि हेमन्त सरकार संवेदन हीन है,कुछ कर नहीं रही है.शायद बाबूलाल की मानसिक हालात खराब हो गई है.उन्हें मालूम नहीं है कि जैसे ही वारदात हुई उसके दूसरे दिन ही झारखंड से एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के नेतृत्व में टीम भेज दी गई.टीम को साफ निर्देश दिया गया है कि जैसे ही मजदूर बाहर आये तो उन्हें सबसे बेहतर अस्पताल में इलाज के लिए भेजा जाएगा.अगर एयरलिफ्ट की जरूरत पड़ेगी तो उसके लिए भी एक टीम वहां पर तैयार है.हमारी सरकार मजदूरों का दर्द जानती है.
कोरोना में जब भाजपा सभी मजदूर को पैदल चला रही थी तो हम सभी को हवाई जहाज से अपने राज्य में लाने का काम कर रहे थे.बाबूलाल को खुद अपने आला कमान से सवाल पूछना चाहिए था कि आखिर मजदूरों को कैसे बिना किसी तैयारी के टनल में भेज दिया गया.आखिर जब काम की शुरुआत की गई तो यह बात ध्यान में क्यों नहीं रखी गई कि कोई घटना होती है तो इमरजेंसी में कैसे वहां से मजदूर को निकालेंगे. झामुमो ने भाजपा पर आरोप लगाया कि भाजपा मजदूर को इंसान नहीं समझती है.मजदूरों को एक लाश समझ कर उन्हें कहीं भी धकेलने में लगी रहती है.मजदूर से भाजपा को कोई लेना देना नहीं है सिर्फ अपनी राजनीति चमकाने में लगे है.यह जनता देख रही है.
रिपोर्ट: समीर हुसैन