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प्रतियोगिता परीक्षा विधेयक पर छिड़ी राजनीति, बीजेपी के विरोध पर कांग्रेस का हमला

प्रतियोगिता परीक्षा विधेयक पर छिड़ी राजनीति, बीजेपी के विरोध पर कांग्रेस का हमला

देवघर (DEOGHAR): गुरुवार के दिन झारखंड विधानसभा के अंदर प्रतियोगिता परीक्षा विधेयक पास किया गया. इस विधेयक के अनुसार अब अगर  परीक्षा के दौरान कोई चोरी करते हुए पकड़ा जाता है तो उसे 1 से 3 साल तक की सजा का प्रावधान है. वही इसको लेकर भाजपा अब झारखंड सरकार को घेरने में लगी हुई है. इसी क्रम में शनिवार को देवघर झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष मणि शंकर ने बीजेपी की ओर से इस विधेयक का विरोध जताने को लेकर कहा कि भाजपा भ्रष्टाचार और  कदाचार प्रतियोगिता का समर्थक है. 

प्रतियोगिता परीक्षा विधेयक पर झारखंड में राजनीति तेज

झारखंड भाजपा के सभी विधायकों ने  अपने प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में राजभवन जाकर झारखंड विधासभा की ओर से पारित प्रतियोगिता परीक्षा विधेयक 2023 को कानून बनने से रोकने की मांग किया.  जो की छात्र विरोधी मानसिकता को दर्शाता है. मणिशंकर ने कहा कि प्रतियोगिता परीक्षा में नकल करने वालों का पक्षधर होने से भाजपा का चाल चरित्र और चेहरा बेनकाब हो गया है. भाजपा झारखंड के प्रतियोगिता परीक्षाओं में कदाचार और गैरकानूनी हरकतों को बढ़ावा देना चाहती हैं. जिससे परीक्षा प्रणाली की सत्यनिष्ठा पर सवालिया निशान खड़ा हो गया है. 

कांग्रेस ने बीजेपी को खूब सुनाई खरी खोटी

वहीं आगे मणिशंकर ने कहा कि भाजपा को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए. 11 फरवरी 2023 को उत्तराखंड की भाजपा सरकार ने प्रतियोगिता परीक्षा विधेयक पारित किया. जिस पर राज्यपाल जनरल गुरमीत सिंह ने 14 फरवरी 2023 को स्वीकृति प्रदान की. इस कानून के तहत प्रतियोगिता परीक्षा नकल करने वाले और  प्रश्न पत्र लीक करनेवाले को 10 वर्ष की जेल से लेकर आजीवन कारावास की सजा और  10 करोड़ तक का जुर्माना का प्रावधान है. झारखंड में इस विधेयक में 1 से 3 वर्ष की सजा और 10 लाख जुर्माना की सजा का प्रावधान किया गया है. प्रतियोगिता परीक्षा विधेयक ने झारखंड के न सिर्फ छात्र बल्कि अभिभावक भी खुश है.  इस विधेयक से मेघावी छात्रों के अधिकार का हनन नहीं होगा और उनके कैरियर पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा. 

इस विधेयक से मेधावी छात्रों को मिलेगी मदद

वहीं मणिशंकर ने बताया कि मेडिकल, इंजीनियरिंग, लोक सेवा आयोग ,कर्मचारी चयन आयोग के प्रतियोगिता परीक्षा के माध्यम से छात्रों को राष्ट्र निर्माण में बहुमूल्य योगदान देने का अवसर मिलता है. उस पर कठोर कदम उठाकर ऐसे प्रतियोगिता परीक्षा में नकल या प्रश्न पत्र को नहीं रोका गया तो, मरीज को मारनेवाला डॉक्टर और पुल गिरानेनवाला इंजीनियर ही पैदा होगा. पेपर लीक के कई मामलों में झारखंड  बिहार कई बार बदनाम हो चुका है.

बीजेपी ने इस विधेयक का विरोध करके गलत किया-मणिशंकर

मणिशंकर ने आगे कहा कि भाजपा ने इस विधेयक का विरोध कर गैरकानूनी नकल तथा इलेक्ट्रॉनिक उपक्रम से परीक्षा उत्तीर्ण करनेवालों को प्रोत्साहित कर समाज को कमजोर करने का प्रयास किया है. विरोधी दल का ये अर्थ नहीं होता है कि सरकार की ओर से  समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का जो प्रयास है, उसका विरोध करे. मणिशंकर ने प्रदेश अध्यक्ष भाजपा से मांग किया है कि इस निराधार  और कदाचार समर्थन के लिए भाजपा सार्वजनिक रूप से माफी मांगे.

रिपोर्ट: रितुराज  सिन्हा

Published at:05 Aug 2023 06:25 PM (IST)
Tags:jharkhand deoghar competitive examination Politics erupts over the competitive examination bill Congress attacks on BJP
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