धनबाद(DHANBAD): एक तरफ गैंग्स का आतंक तो दूसरी ओर राजनीतिक दंगल(?). भाजपा छोड़े कृष्णा अग्रवाल सत्याग्रह पर बैठे है तो जवाब (?) में भाजप शनिवार को जन आक्रोश रैली की तैयारी में है. कोयलांचल के करोबारियो से रंगदारी मांगने के खिलाफ भाजपा से इस्तीफा देकर सत्याग्रह पर बैठे कृष्णा अग्रवाल आज दूसरे दिन भी सत्याग्रह आंदोलन पर है. इसबीच भाजपा ने भी कमर कस ली है. रंगदारों के खिलाफ उठ खड़ी हुई है. गुरुवार की शाम 2 दिसंबर के जन आक्रोश रैली को लेकर मशाल जुलूस निकाला गया.
सत्याग्रह आंदोलन का आज दूसरा दिन
लोगों से आक्रोश रैली में भाग लेने की अपील की गई. कृष्णा अग्रवाल गुरुवार को गांधी सेवा सदन में बापू की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद सत्याग्रह पर बैठ गए है. उनका आरोप है कि पुलिस प्रशासन से सुरक्षा नहीं मिल रही है. भाजपा का भी साथ नहीं मिल रहा है.उन्होंने भाजपा की भूमिका पर भी सवाल खड़ा किया है. उनका कहना है कि यह धनबाद की अस्तित्व का सवाल है. रंगदारी मांगे जाने से भय का माहौल है, केवल कारोबारी ही नहीं ,आमजन भी दहशत में है. प्रमुख विपक्षी पार्टी होने के नाते भाजपा को जो करना चाहिए, वह नहीं की. हालांकि 30 नवंबर के सत्याग्रह के कथित जवाब(?) में धनबाद के भाजपा विधायक राज सिन्हा ने पिछले दिनों अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 2 दिसंबर को जन आक्रोश रैली निकालने की घोषणा की थी. धनबाद में सत्याग्रह आंदोलन के जवाब में इस जन आक्रोश रैली को देखा जा रहा है.
भाजपा बाँट रही पम्पलेट ,जनता से शामिल होने की अपील
भारतीय जनता पार्टी की ओर से शहर में एक पंपलेट बांटे जा रहे है. पंपलेट में लिखा गया है कि आप सभी जानते हैं कि जब से झारखंड में कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा एवं राजद की बेमेल गठबंधन सरकार बनी है, तभी से एक तरफ विकास कार्य ठप है, तो दूसरी ओर लोगों की सुरक्षा भी खतरे में है. बेमेल गठबंधन वाली हेमंत सरकार राज्य को भ्रष्टाचार के भयानक गर्त में धकेल दिया है. सरकार की ध्वस्त कानून- व्यवस्था ने लोगों की शांति एवं खुशहाली छीन ली है. हत्या, लूट, बलात्कार, डकैती, रंगदारी ,भयादोहन की रिकॉर्ड तोड़ घटनाओं से लोग परेशान है. धनबाद के छोटे-बड़े कारोबारी से रंगदारी मांगना, नहीं देने पर उन्हें गोली मार देने की घटना आम बात हो गई है. अब तो कारोबारी अपनी दुकान बंद कर बाहर जाने को मजबूर हो रहे है.
अपराधी जहां चाह रहे हैं, फायरिंग कर दे रहे
अपराधी जहां चाह रहे हैं, फायरिंग कर दे रहे है. अपराधियों में पुलिस का जरा भी डर नहीं रह गया है. वर्तमान सरकार इस मुद्दे पर गूंगी -बहरी बनी हुई है. धनबाद पुलिस बिल्कुल लकवाग्रस्त हो गई है. धनबाद कोल कैपिटल से क्राइम कैपिटल बन गया है. इन्हीं ज्वलंत मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी 2 दिसंबर को जिला प्रशासन के खिलाफ एक विशाल जन आक्रोश रैली कर रही है. यह रैली सुबह 10 बजे तेतुलतला मैदान से निकलेगी और रणधीर वर्मा चौक पर समाप्त होगी. इस रैली में लोगों से हिस्सेदारी निभाने की अपील की गई है. जो भी हो, कृष्णा अग्रवाल और भाजपा के आंदोलन के बीच कई लोगों से गैंग्स के लोगों ने फोन और व्हाट्सएप मैसेज भेज कर रंगदारी की मांग की है. पुलिस कार्रवाई कर रही है, गैंग से जुड़े लोगों को उठा रही है, जेल भेज रही है, लेकिन रंगदारी मांगने का सिलसिला थम नहीं रहा है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो