टीएनपी डेस्क (TNP DESK):-राजधानी रांची में जमीन माफिया इस कदर आसमान उड़ रहे हैं कि उन्हें किसी का खौफ नहीं रह गया है. पिछले छह महीने में जमीन विवाद में 12 से अधिक हत्याएं हो चुकी है. कुछ दिन पहले माकपा नेता सुभाष मुंडा की हत्या की वजह भी जमीन ही रही. जमीन के चलते जा रही जान और विवाद के चलते राजधानी रांची का माहौल भी बिगड़ गया है. इसे लेकर हाईकोर्ट और मुख्यमंत्री की सख्ती के बाद पुलिस मुख्यालय ने भू-माफिया, जमीन दलालों की लिस्ट तैयार की है . इसमें 49 भू-माफिया पुलिस की टॉपलिस्ट में हैं. विभिन्न थानों में हर भू-माफिया के खिलाफ 2 से 7 तक मामले दर्ज हैं. ये जमीन कब्जाने, हत्या और घर बनाने वालों से रंगदारी वसूल रहे हैं.
पुलिस बना रही फाइल
जमीन विवाद के चलते बढ़ती घटनाओं कारण रांची पुलिस हरकत में आ गयी है. इसे लेकर भू-माफिया और जमीन दलालों के परिजनों , दोस्तों की संपत्ति और निवेश का ब्योरा जुटा रही है. पुलिस दर्ज मामलों के सत्यापन करने के साथ-साथ फाइल की तैयार कर रही है. ताकि केंद्रीय एजेंसी से बड़े भू-माफिया की संपत्ति की जांच की अनुशंसा की जा सके. इधर, पुलिस मुख्यालय से आदेश मिलने के बाद सूची में शामिल किए गए जमीन कारोबारियों की कुंडली बनाई जा रही है.
पुलिस कर रही पड़ताल
आईजी अभियान एवी होमकर ने बताया कि रांची के 14 थाना इलाकों में 49 भू-माफिया की सूची तैयार की है. इनके खिलाफ डीआईजी रांची ने थानेदारों के साथ बैठक भी की है. इसके साथ ही संबंधित थाना प्रभारियों को सख्त कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया है.
दरअसल, पुलिस सूचीबद्ध जमीन कारोबारियों की गतिविधियों को संदिग्ध मानते हुए यह जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है , कि कही हथियारों के बल पर जमीन कब्जा और खरीद बिक्री तो नहीं की जा रही है. जमीन कारोबारियों के इलाके भी चिन्हिंत किए जा रहे हैं कि कौन किस इलाके में धंधा कर रहा है. इसके साथ ही किनके बीच जमीन का विवाद चल रहा है. इसकी जानकारी भी पुलिस जुटा रही है. पुलिस उन पर भी नजर रख रही है, जो जमीन कारोबार में मदद कर रहें हैं. कांके और टाटीसिल्वे में सबसे अधिक जमीन कारोबारी सक्रिए हैं. पुलिस ने इन इलाकों में छह-छह जमीन कारोबारी को चिन्हिंत किया है.