रांची(RANCHI): झारखंड के कोल्हान में माओवादियों के साथ मुठभेड़ में दो जवान शहीद हो गए.जबकि तीन के लापता होने की सूचना है. शहीद में झारखंड पुलिस के सब इंस्पेक्टर अमित तिवारी और सिपाही गौतम कुमार का नाम शामिल है. सुरक्षा बल के जवान टोंटो थाना क्षेत्र में सर्च अभियान पर निकले थे. इसी दौरान जंगलों में माओवादियों और सुरक्षा बल आमने सामने हो गए. दोनों ओर से कई राउंड फायरिंग की सूचना है. बताया जा रहा है कि मुठभेड़ भीषण हुई. मुठभेड़ 14 अगस्त की देर शाम हुई है. जंगल घना होने के कारण मुठभेड़ की ख़बर देर से बाहर निकल सकी है.
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इधर जिले में 77 वां स्वतंत्रता दिवस को लेकर जिला मुख्यालय में कार्यक्रम चल रहा था वहीं स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर पश्चिमी सिंहभूम जिले के कोल्हान जंगल में नक्सलियों ने सुरक्षा बलों पर हमला कर दिया. इस दौरान हुई मुठभेड़ में झारखंड जगुआर के दो जवान शहीद हो गए हैं. यह मुठभेड़ सोमवार की देर शाम करीब 7:00 बजे टोंटो थाना अंतर्गत तुमबाहाका और सरजमबुरू के रास्ते में होने की बात कही जा रही है.
मुठभेड़ में झारखंड जगुआर के दो जवान शहीद
मुठभेड़ के बाद पांच जवानों के लापता होने की बात भी सामने आ रही थी, मगर मुठभेड़ खत्म होने के बाद रात में करीब 12:00 बजे तीन जवान सुरक्षित बरामद कर लिए गए. जबकि झारखंड जगुआर के दो जवान मृत पाए गए.इनमें से एक झारखंड जगुआर के एसआई हैं और दूसरे सिपाही हैं. शहीद जवान का नाम अमित तिवारी, सब इंस्पेक्टर (2012 बैच) और गौतम कुमार, हवलदार है।एसआई को मुठभेड़ में सात-आठ गोली लगी है, जबकि सिपाही को दो से तीन गोलियां लगी हैं. दोनों बलिदानी जवानों के शव चॉपर के माध्यम से रांची ले जाने की तैयारी चल रही है. सूत्रों के अनुसार, टोंटो थाना क्षेत्र के तुम्बाहाका से लेकर सरजमबुरु तक रास्ता क्लियर करने के लिए सीआरपीएफ और झारखंड जगुवार की टीमों की तैनाती इलाके में की गई है.
करीब एक घंटे तक चली मुठभेड़
सोमवार को यह टीम में रास्ता क्लियर करने का काम कर रही थी.vइसी क्रम में रात करीब 7 बजे पहले से घात लगाकर बैठे एक करोड़ के इनामी नक्सली मिसिर बेसरा के दस्ते ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी. इससे वहां अफरा-तफरी मच गई.
जवान अपने आप को बचाने के लिए जंगलों की आड़ में छुप गए. कुछ जवानों ने भी अपनी पोजीशन लेते हुए जवाबी फायरिंग की. करीब एक घंटे चली मुठभेड़ के बाद नक्सली मौके से भाग निकले.vइस बीच 5 जवान नहीं मिल रहे थे. मोबाइल नेटवर्क नहीं होने की वजह से उनसे कोई संपर्क नहीं हो पा रहा था.
11 अगस्त को मिसिर बेसरा के दस्ते के साथ हुई थी मुठभेड़
देर रात सीआरपीएफ के अन्य कैंप से अतिरिक्त फोर्स मुठभेड़ स्थल भेजी गई. इसके बाद रात में ही पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया गया. ऑपरेशन के दौरान झारखंड जगुआर के दो जवानों का शव जंगल में बरामद हुआ. तीन जवान सुरक्षित मिल गए.
मालूम हो कि 11 अगस्त को इसी इलाके में एक करोड़ की इनामी नक्सली मिसिर बेसरा दस्ते के साथ मुठभेड़ हुई थी. इसमें एक जवान सुशांत कुमार शहीद हो गए थे. इसके साथ ही पुलिस ने इस इलाके में नक्सलियों के 11 बंकर ध्वस्त कर दिए थे .
रिपोर्ट:समीर/संतोष वर्मा