टीएनपी डेस्क(TNP DESK):केंद्र सरकार की ओर 2018 में पीएम किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत की गई थी. इसके तहत किसानों को हर साल 6000 रुपये आर्थिक मदद के लिए सीधे खाते में रुपये दिये जाते है. जो तीन किस्तों में 2000 की बराबर राशि होती है. लेकिन अब इस झारखंड के 8 लाख 66 हजार लाभुक किसान इस साल इस योजना के लाभ से वंचित रह जायेंगे.
8 लाख 66 हजार लाभुक किसान 14 वीं किस्त नहीं ले पायेंगे
आपको बताये कि ई केवाइसी, डीबीटी और और भूमी सत्यापन नहीं होने की वजह से इस साल राज्य के करीब 8 लाख 66 हजार लाभुक किसान 14 वीं किस्त नहीं ले पायेंगे. कई बार विभाग की ओर से किसानों से आग्रह किया गया. लेकिन किसानों ने डीबीटी नहीं कराया. जिसकी वजह से बैंक में ई केवाइसी नहीं हो पा रहा है.
विभाग लगातार किसानों से डीबीटी कराने का कर रहा है आग्रह
वहीं आपको बता दें कि झारखंड के लगभग 31 लाख किसान पीएम किसान सम्मान निधि योजना से जुड़कर इसका लाभ उठा रहे हैं. तीन से चार दिनों के अंदर इस योजना की 14वीं किस्त केंद्र सरकार की ओर से जारी किया जानेवाला है. जिसको लेकर विभाग बार-बार जिलों के डीसी से किसानों के डीबीटी से जुड़े समस्याओं की निपटारे का आग्रह कर रहा है. इसके साथ ही जिलों को विभाग ने कई पत्र भी लिखे लेकिन कोई खास बदलाव देखने को नहीं मिल रहा है.
बार-बार नियमों में बदलाव की वजह से योजना से दूर हो रहे किसान
पीएम किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत झारखंड में 27 हजार किसानों के साथ की गई थी. लेकिन केंद्र सरकार की ओर से समय समय पर कई नये नियम लागू किये गये. जिसका परिणाम हुआ कि लगातार इस योजना से राज्य के किसान जुड़ने की जगह छूटते गये. अब झारखंड में महज 12 लाख 20 हजार किसान ही इस योजना का लाभ ले रहे हैं. ग्रामीण किसान कम पढ़े-लिखे होते हैं. जिसकी वजह से उनको शर्तों को समझने में दिक्कत होती है.
रिपोर्ट-प्रियंका कुमारी