धनबाद(DHANBAD): पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप की जिप्सी 10 सालों से जमीन के अंदर छिपा कर रखी गई थी. अब तक यही सुनने में आता था कि लोग गहने, सिक्के जमीन में छिपा कर रखते हैं लेकिन यह तो जिप्सी ही गड़वा दिया था. यह जिप्सी बुधवार को निकाल ली गई है. जिप्सी की हालत मिट्टी में रहने के कारण जर्जर हो गई है. बुधवार को जेसीबी के साथ पहुंची पुलिस ने जमीन में छिपा कर रखी गई जिप्सी को खोद कर निकाला.
दिनेश गोप ने किया कई खुलासे
पुलिस सूत्रों के अनुसार इसी जिप्सी पर दिनेश अपने हथियारबंद दस्ता के साथ घूमता था और रंगदारी वसूलता था. पता चला है कि दिनेश गोप ने पूछताछ के दौरान बहुचर्चित तिलेश्वर साहू हत्याकांड की भी जिम्मेवारी ली है. उसने बताया है कि उसके ही इशारे पर 2014 में बरही स्थित आवास पर भीड़ के बीच तिलेश्वर साहू की हत्या करा दी गई थी .उसने खुलासा किया कि कुछ वर्ष पहले मेरे सहयोगी बैठक कर रहे थे. इसी दौरान तिलेश्वर साहू के कहने पर उसके लोगों ने मेरे सहयोगियों पर हमला कर दिया. इसमें दिनेश गोप से जुड़े 4 लोग मारे गए थे. इसी हत्याकांड का बदला वह तिलेश्वर साहू से लेना चाहता था और ले लिया. NIA सरगना की गिरफ्तारी और उसकी निशानदेही पर लगातार विस्फोटक बरामद हो रहे है. 2 दिन तक चले अभियान में भारी मात्रा में विस्फोटक, हथियार, कारतूस ,जिलेटिन बरामद किए गए हैं .यह विस्फोटक खूंटी, सिमडेगा और गुमला जिले से बरामद किए गए हैं.
दिनेश गोप की गिरफ़्तारी से टूट गई पीएलएफआई की ताकत
21 मई को एनआईए ने दिनेश गोप को दिल्ली से गिरफ्तार किया था. इसके बाद उसे 8 दिनों तक रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई थी. उसकी निशानदेही पर लगातार विस्फोटक बरामद किए जा रहे हैं. बुधवार को तो जमीन में गाड़ कर रखी गई जिप्सी भी निकाली गई. सूत्रों के अनुसार लेवी से वसूले पैसों को वह रिश्तेदारों के नाम से निवेश करता था. यह भी कहा जाता है कि बेरोजगारों को मोबाइल फोन और बाइक देकर संगठन का काम करवाता था. नोटबंदी के दौरान विभिन्न पेट्रोल पंप के मालिकों को पैसा देकर नोट बदली करवाई. जो भी हो दिनेश गोप की गिरफ्तारी झारखंड के लिए अच्छी बात है और उसकी गिरफ्तारी के साथ ही पीएलएफआई की ताकत टूट गई है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो