टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : झारखंड में एक बार फिर से पीपुल्स लिब्रेशन फ्रंट ऑफ इंडिया यानी की पीएलएफआई (PLFI) ने पांव पसारना शुरू कर दिया है. झारखंड में उग्रवादी कारोबारियों के अपना निशाना बना रहे हैं. कारोबारियों से फोन पर या व्हाट्सएप (Whatsapp) के जरिए करोड़ों की रंगदारी की मांग की जा रही है. कारोबारियों में उग्रवादियों के इस थ्रेट कॉल (Threat Call) से घबराहट का माहौल है और डर के साये में जी रहे हैं.
ताजा मामला जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू (Gangster Aman Sahu) से जुड़ा है, जो रांची के एक बिल्डर से 1 करोड रुपए की रंगदारी मांगी गई है. यहीं नहीं रकम नहीं देने पर बुरा अंजाम भुगतने की भी धमकी दी गई है. यहां बताते चलें कि जिस बिल्डर से रंगदारी मांगी गई है वो कांग्रेस के नेता भी हैं. कांग्रेस नेता ईश्वर आनंद (Congress leader Ishwar Anand) ने इस मामले की जानकारी पुलिस को दी. जिसके बाद रांची पुलिस ने अमन साहू गैंग द्वारा धमकी और एक करोड़ रुपये की रंगदारी (Extortion) मांगने के मामले की जांच शुरू कर दी है.
मैसेज में लिखा-'ज्यादा सोचोगे तो सीधा ऊपर भेज दूंगा'
यहां बताते चलें कि अमन साहू (Aman Sahu) फिलहाल झारखंड के चाईबासा जेल (Chaibasa Jail) में बंद है. उसका गुर्गा मयंक सिंह विदेश में बैठकर गिरोह का नेटवर्क संभाल रहा है. उसने बिल्डर से व्हाट्सएप के जरिए पैसे मांगे हैं. बिल्डर ईश्वर आनंद को भेजे गए मैसेज में लिखा है, 'तुम लोगों ने अपार्टमेंट बनाकर खूब पैसे कमा लिए हैं. अब ज्यादा ड्रामा मत करो. एक हफ्ते में गिरोह के लिए एक करोड़ रुपये तैयार करके मुझे फोन करो और ज्यादा सोचोगे तो सीधा ऊपर भेज दूंगा.' इस मैसेज के बाद बिल्डर की नींद उड़ गई है. इस थ्रेट मैसेज के बाद से कांग्रेस नेता डर के माहौल में जी रहे हैं.
अमन साहू के खिलाफ 50 से ज्यादा मामले
फिलहाल झारखंड के चाईबासा जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू (Gangster Aman Sahu) के खिलाफ 50 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. हाल ही में एनआईए (NIA) ने टेरर फंडिंग (Terror Funding) मामले में गैंगस्टर अमन साहू से जुड़े कई ठिकानों पर छापेमारी की थी. अमन साहू का आतंक झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में है.
अमन साहू के गिरोह का दबदबा झारखंड की राजधानी रांची के साथ-साथ हजारीबाग, चतरा, लातेहार, रामगढ़, पलामू और राज्य के ऐसे जिलों में है, जहां कोयले की बहुतायत है. उसका गिरोह कोयला क्षेत्र में काम करने वाले ठेकेदारों, जमीन डीलरों के साथ-साथ बिल्डरों से भी पैसे वसूलता है.