देवघर(DEOGHAR): देवघर में लखराज प्रकृति की जमीन की खरीद बिक्री और रजिस्ट्री नहीं होने से नाराज़ तीर्थ पुरोहित समाज द्वारा 15 मार्च से आमरण अनशन दिया जा रहा है. पंडा धर्म रक्षिणी सभा के महामंत्री कार्तिक नाथ ठाकुर के नेतृत्व में बड़ी संख्या में तीर्थ पुरोहित लगातार आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं. सरकार और जिला प्रशासन की उदासीन रवैया के कारण स्थानीय वीआईपी चौक के समीप अनशन कार्यक्रम आयोजित है. पिछले 55 घंटे से अनशन पर बैठे कुछ लोगों की तबियत खराब होने के कगार पर है. इसको देखते हुए अनशन स्थल पर नगर थाना प्रभारी विक्रम प्रताप सिंह और सदर अंचलाधिकारी मोतीलाल हेम्ब्रम प्रशासन की ओर से वार्ता करने पहुंचे. लेकिन निष्कर्ष कुछ नहीं निकला.
15 मार्च से चल रहा है आमरण अनशन
इधर अनशनकारियों की बिगड़ती हालत को देखते हुए अनशन स्थल पर एम्बुलेंस और पुलिस बल की तैनाती प्रशासन द्वारा की गई है. गौरतलब है कि इसी माह की 1 तारीख को लखराज प्रकृति की जमीन की निबंधन और खरीद बिक्री शुरू करने के लिए एक दिवसीय भूख हड़ताल भी इन्हीं लोगों द्वारा किया गया था. उस दौरान प्रशासन को लखराज प्रकृति की जमीन को हस्तांतरित और निबंधन शुरू करने के लिए 14 दिन का मोहलत दिया गया था. लेकिन दिया गया समय समाप्त भी हो गया और इस ओर प्रशासन की तरफ से कोई पहल नहीं देखते हुए 15 मार्च से आमरण अनशन शुरू किया गया है.
यह है मामला
दरअसल देवघर बाबा मंदिर से सटे आसपास क्षेत्र की जमीन लखराज(बसौड़ी) प्रकृति की है. लेकिन इस जमीन की खरीद बिक्री और रजिस्ट्री नहीं होने के कारण तीर्थ पुरोहित समाज में नाराजगी है. लखराज प्रवृत्ति की जमीन को स्टेट के जमींदार अपने सिपाही,द्वारपाल,पुजारी इत्यादि को बंदोबस्त किया करते थे. जो लगान मुक्त होता था. जमींदारी उन्मूलन के बाद इस प्रकार की जमीन का मोटेशन अथवा रजिस्ट्री के लिए लगान आवश्यक होने लगा. लेकिन देवघर जिला प्रशासन की उदासीनता के कारण न तो खरीद बिक्री हो पा रही है न ही रजिस्ट्री इसके अलावा इसका लगान रेट भी अभी तक तय नहीं किया गया है. इसी बात से नाराज़ तीर्थ पुरोहित समाज द्वारा यह आमरण अनशन दिया जा रहा है. इस अनशन और प्रशासन के साथ लड़ाई में कई सामाजिक संगठन सहित कई जनप्रतिनिधियों के भी साथ मिल रहा है.
रिपोर्ट: रितुराज सिन्हा, देवघर
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